भोपाल। प्रदेश के चिकित्सालयों में कई डॉक्टर, चिकित्सा अधिकारी लंबे समय से बिना अनुमति लिए बिना कोई अवकाश स्वीकृत कराए लंबे समय से गायब चल रहे है।  स्वास्थ्य विभाग ने अब इन सभी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इन सभी की सेवाएं समाप्त करने की कार्यवाही करने की तैयारी है।

सूत्रों के मुताबिक  प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कुक्षी में चिकित्सा अधिकारी के पद पर पदस्थ डॉ विशाल श्रीवासतव  एक अगस्त 2016 से बिना आवेदन दिए और अवकाश मंजूर कराए अनाधिकृत रुप से अनुपस्थित है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी धार ने उनके अनाधिकृत रुप से गायब रहने की जानकारी शासन को भेजी थी। वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मांधाता मूंदी खंडवा में पदस्थ चिकित्स अधिकारी डॉ अरविंद परमार एक जून 2017 से बिना बताए अनाधिकृत रुप से गायब है।

रीवा संभाग में जिला चिकित्सालय सीधी के चिकित्सा अधिकारी डॉ राजकमल वर्मा जुलाई 2017 से बिना आवेदन दिए गायब है। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कुआ सतना के चिकित्सा अधिकारी डॉ पुनीत अग्रवाल 2 सितंबर2005 से बिना अनुमति अनुपस्थित चल रहे है। जिला मलेरिया अधिकारी सतना शीला सोनकर रीवा से रतलाम तबादला 5 जुलाई 2019 को किया गया अ‍ैर 26 जुलाई 2019 को उन्हें कार्यमुक्त किया गया। लेकिन उन्होंने  जिला चिकित्सालय रतलाम में उपस्थिति नहीं दी और बिना अनुमति कर्त्तव्य स्थल से नदारद है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चुरहट जिला सीधी में पदस्थ चिकित्सा अधिकारी डॉ अतुल कुमार पांडेय 25 जून 2014 से लगातार बिना अनुमति लिए गायब चल रहे है।

होशंगाबाद जिला चिकित्सालय के चिकित्सा अधिकारी डॉ जितेन्द्र मोरे 14 अगस्त 2018 से बिना आवेदन के अनाधिकृत के गायब चल रहे है। इन गायब डॉक्टरों को उनके द्वारा दिए गए पतों पर कारण बताओ नोटिस भी भेजे गए है लेकिन ना तो उनका कोई जवाब आया और न ही वे अपने कर्त्तव्यस्थल पर उपस्थित हुए। अब इन सभी को नौकरी से हटाने की कार्यवाही की जाएगी।

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