लुधियाना। सी.एम.एस. एजैंसी में डकैती के मामले में खुलासा हुआ है कि मास्टरमाइंड ‘डाकू हसीना’ मनदीप कौर उर्फ मोना ने कोविड-19 में समाज सेवा के बहाने से पुलिस के साथ बतौर वालंटियर भी काम किया है। उसका मकसद सेवा नहीं बल्कि पुलिस के साथ नजदीकियां बढ़ाना था ताकि वह लोगों पर रौब झाड़ सके। आरोपी मनदीप कौर गांव डेहलों की रहने वाली है जोकि शादी के बाद बरनाला गई थी। उसके गांव के लोगों का कहना है कि मोना का परिवार काफी गरीब था। उसके पिता की मौत को चुकी थी, जबकि उसकी मां घरों में काम करती थी। मोना के 2 भाई थे। छोटे भाई हरप्रीत सिंह के साथ मोना का काफी मोह था लेकिन बड़ा दिहाड़ी करता था जोकि अपने काम से काम रखता था।लोगों के मुताबिक मोना शुरू से ही शातिर दिमाग की थी। वह किसी से उधार पैसे लेकर या फिर सामान लेकर उनकी पैमेंट भी नहीं करती थी। कई लोग उसके घर पर तकाजा करने के लिए आते थे। वह घर से कई दिनों तक गायब रहती थी। उसने इससे पहले 3 शादियां करवाई हुई हैं। अब जसप्रीत के साथ उसकी चौथी शादी थी। उसे और उसके भाई को महंगे मोबाइल एवं लग्जरी चीजों के शौक ने उसे लुटेरी बनने पर मजबूर कर दिया। उधर, पुलिस आरोपी मनदीप कौर, उसके पति जसविंदर सिंह और 3 अन्य आरोपियों को पकड़़ने के लिए छापेमारी कर रही है।
कैश संभाल पाते, इससे पहले ही आरोपियों तक पहुंच गई पुलिस
सी.पी. सिद्धू ने बताया कि आरोपियों ने प्लानिंग तो ठीक की थी और वारदात भी कर डाली लेकिन इतना कैश उनसे संभाला नहीं गया। उन्हें इतना कैश संभालने में ही समय लग गया। उधर, पुलिस की भी जांच तेजी से चल रही थी। जब तक आरोपी कैश ठिकाने लगा पाते, पुलिस उन तक पहुंच गई। वारदात के दिन आरोपियों ने काले रंग का ड्रैस कोड भी रखा हुआ था।
सी.पी. बोले- एजैंसी की गलती का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा
सी.पी. सिद्धू सी.एम.एस. एजैंसी पर काफी भड़के हुए हैं। उन्होंने कहा कि लूट एजैंसी की गलती से हुई है। पुलिस शहरवासियों के लिए है। कहीं भी क्राइम होगा तो पुलिस उसे हल जरूर करेगी, मगर क्राइम किसी की गलती से हो और उसका हर्जाना लोगों को भुगतना पड़े, यह सही नहीं है। उन्होंने कहा कि एजैंसी का सिक्योरिटी सिस्टम ही सही नहीं था, इसलिए इतनी बड़ी वारदात हुई। अब लुधियाना की सारी पुलिस इसी लूट के केस में लगी हुई है। पुलिस एजैंसी की होकर रह गई है। इस लूट के कारण बड़े अधिकारी अपने ऑफिसों में नहीं बैठे जिस कारण अपनी समस्या लेकर आने वाले लोगों को वापस लौटना पड़ा।
बैकों और एजैंसियों के अधिकारियों से की मीटिंंग
लूटकांड के बाद अब पुलिस और सतर्क हो गई है। शहर में मौजूद बैंक, प्राइवेट एजैसियों और प्राइवेट गोल्ड लोन देने वाली एजैंसियों के अधिकारियों को बुलाकर उनके साथ मीटिंग की गई और उन्हें हिदायतें दी गई है कि वे अपना सिक्योरिटी सिस्टम मजबूत रखें। इसके अलावा काम करने वाले सभी वर्करों की पुलिस वैरिफिकेश जरूर करवाएं और सी.सी.टी.वी. कैमरे ठीक रखें। उनके डी.वी.आर. ऐसी जगह रखें जहां किसी को पता न चल सके। इसके अलावा हैड ऑफिस में भी उसकी रिकार्डिंग सेव की जाए ताकि एमजैंसी में काम आ सके।
टीमें तलाश में जुटीं, जल्द गिरफ्त में होंगे फरार आरोपी : सी.पी.
पुलिस कमिश्नर मंदीप सिंह सिद्धू ने कहा कि अभी तक मनदीप कौर का कुछ पता नहीं चल पाया है। पुलिस को फरार आरोपियों तक पहुंचने में थोड़ी दिक्कत इसलिए आ रही है कि वे मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं कर रहे, मगर पुलिस ने भी अपने पूरे सोर्स लगा रखे हैं। 4 टीमें अभी कई जगहों पर तलाश करने में जुटी हैं। जल्द ही फरार आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।