भोपाल । अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्‍थान (एम्स) में एक जटिल ऑपरेशन कर डॉक्टरों ने बच्ची के गले में आर-पार हुई सरिया निकाली। एम्स के डाक्टरों करीब तीन घंटे की कडी मशक्कत के बाद इस सरिये को निकाला। एम्स के डाक्टरों ने एक कठिन सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम देकर 10 साल की बच्ची की जान बचा ली है।

विगत बुधवार को औबेदुल्लागंज के अर्जुन नगर में साइकिल चलाते समय छत से गिरने पर बच्ची के गले में सरिया घुसकर आर-पार हो गया था। बच्‍ची की नाजुक हालत को देखते हुए उसे एम्‍स रेफर किया गया। एम्स में बुधवार रात साढ़े 12 बजे से सुबह साढ़े तीन बजे तक चली सर्जरी के बाद नाक, कान एवं गला विभाग के डाक्टरों ने सरिया को सुरक्षित निकाल लिया। चिकित्सकों का कहना है कि बच्‍ची की खुशकिस्‍मती रही कि सरिए से उसके गले में नाजुक अंगों को नुकसान नहीं पहुंचा। जहां से सांस नली और आहार नली अलग-अलग होती हैं, उसके ठीक ऊपर सरिया फंसा हुआ था। सरिया का एंगल थोड़ा भी बदलता तो सांस नली क्षतिग्रस्त हो सकती थी।

बच्ची अभी आइसीयू में है, लेकिन वह खतरे से बाहर है। बता दें कि बुधवार की शाम को अंजलि पुत्री गोपाल राय उम्र 10 वर्ष छत से साइकिल चलाते समय नीचे गिरी। नीचे रखा लोहे का सरिया गले में घुस गया। परिवारजनों ने बच्ची के गले से सरिया निकालने का प्रयास किया, लेकिन वे सफल नहीं हुए।

सरिया को काटकर बच्ची को तुरंत शासकीय अस्पताल औबेदुल्लागंज ले गए। जानकारी मिलते ही डाक्टरों की टीम तत्काल मौके पर पहुंची। सरिया को कटर से कटवाकर प्राथमिक इलाज के बाद एंबुलेंस से एम्स रेफर कर दिया। यहां कटने के बाद गले में करीब सवा फुट का सरिया बचा था, जिसे एम्स के डाक्टरों ने निकाला।