भोपाल।  तकनीकी शिक्षा विभाग (डीटीई) अपने डेढ़ दर्जन कोर्स में प्रवेश कराने के लिये कालेज और पालीटेक्निक की काउंसलिंग करा रहा है। इसमें सबसे ज्यादा जरूरी कोर्स इंजीनियरिंग के प्रथम चरण की काउंसलिंग अंतिम चरण में पहुंच गई है। काउंसलिंग पर विराम लगने के पहले पांच हजार विद्यार्थी गायब हो गये हैं। उक्त विद्यार्थियों ने प्रवेश नहीं लिये और न ही अपग्रेडेशन लिया है। यहां तक उन्होंने अपना पंजीयन निरस्त कराकर दूसरा पंजीयन तक नहीं कराया है। विभाग ऐसे पांच हजार विद्यार्थियों की तलाश करेगा।

52 हजार सीटों पर प्रवेश देने की कोशिश
प्रदेश के 142 इंजीनियरिंग कालेजों की 52 हजार सीटों पर प्रवेश देने के लिये विभाग पुरजोर कोशिश कर रहा है। वह हरेक सीट पर प्रवेश कराने के लिये कवायद में लगा हुआ है। ऐसे में पांच हजार विद्यार्थी अलाटमेंट होने के बाद प्रवेश लेने के लिये कॉलेज तक नहीं पहुंचे हैं। यहां तक उन्होंने अलाटमेंट पसंद नहीं आने की दशा में अपग्रेडेशन तक का विकल्प नहीं चुना है। ऐसे विद्यार्थी विभाग के लिये चिंता का विषय बने हुये हैं। विभाग उक्त विद्यार्थियों से संपर्क कर उन्हें प्रवेश कराने की कवायद में लगा गया है, ताकि उक्त विद्यार्थी दूसरे राउंड की काउंसलिंग में शामिल होकर कालेजों में प्रवेश ले सकें।

प्रथम राउंड में और है बाकी
विभाग ने 24 हजार विद्यार्थियों के अलाटमेंट जारी किये थे। इसमें से 10 हजार विद्यार्थियों ने प्रवेश ले लिया है। वहीं नौ हजार विद्यार्थियों को प्रवेश पसंद नहीं आने पर अपग्रेडेशन का विकल्प चुन लिया है। इससे उनकी संख्या 19 हजार पहुंच गई है। पांच हजार विद्यार्थियों ने सत्यापन के बाद सीधे चुप्पी साध ली है, जो विभाग के लिये खोज का विषय बन गया है। वहीं नौ हजार अपग्रेडेशन लेने वाले विद्यार्थियों का अलाटमेंट बीस सितंबर को जारी किया जाएगा। वे 25 सितंबर तक फीस जमा कर प्रवेश ले पाएंगे।

यह है सीटों की स्थिति
ब्रांच    च्वाइस फिलिंग    सीट    आवंटन
सीएल    1,78,770    13,655    8888
आईटी    83,016     2577        1940
ईसी    40,180     5728        1722
मेकेनिकल     32,260     8575        1119
सिविल    31,359     6923        1117
इलेक्ट्रिकल      22,383     1794         1029