भोपाल।  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि दीपावली पर्व प्रदेशवासियों के जीवन में सुख-समृद्धि, रिद्धि-सिद्धि लाए। मध्यप्रदेश प्रगति, विकास और जन-कल्याण के क्षेत्र में नया इतिहास रचे, यही कामना है। हम सबको “टीम मध्यप्रदेश” की भावना से काम करना होगा। मुख्यमंत्री चौहान दीप पर्व पर निवास कार्यालय से सभी मंत्रीग  , राज्य और जिला स्तरीय अधिकारियों को वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री चौहान ने दीपावली की शुभकामनाएँ देते हुए प्रदेश के विकास के संकल्प और योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन तथा प्रदेश को विभिन्न क्षेत्रों में अग्रणी बनाने के लिए टीम मध्यप्रदेश को प्रेरित किया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि दीपावली के संकल्पों को सिद्ध कर, टीम मध्यप्रदेश राम राज्य की अवधारणा को साकार करेगी।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में विकास गतिविधियाँ और जन-कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन बेहतर स्वरूप में हो रहा है। हमें प्रदेशवासियों के जीवन-स्तर में बदलाव लाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना है। प्रदेश ने 19.76 प्रतिशत की विकास दर दर्ज कराई है। सकल घरेलू उत्पाद 200 प्रतिशत बढ़ा है। प्रदेश की अर्थ-व्यवस्था 11 लाख 50 हजार करोड़ की है और केपिटल एक्सपेंडिचर 48 हजार करोड़ से अधिक का है। प्रदेश में विकास गतिविधियों का क्रियान्वयन तेजी से हो रहा है। मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान में ऐसे पात्र 68 लाख पात्र हितग्राहियों को जोड़ा जा चुका है, जिन्हें अब तक इन योजनाओं का लाभ नहीं मिला।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना है कि जनता को अपने कार्यों के लिए शासकीय दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ें, सरकार स्वयं उनके द्वार पर पहुँच कर आवश्यक सेवाएँ उपलब्ध कराएँ। राज्य शासन द्वारा भ्रष्टाचार को समाप्त करने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। हमें ऐसा मॉनिटरिंग सिस्टम स्थापित करना होगा जिससे व्यवस्था में भ्रष्टाचार की गुंजाइश ही न बचे। दीपावली पर्व पर समस्त मंत्रीगण तथा अधिकार-कर्मचारियों की टीम मध्यप्रदेश जन-सामान्य को बिना परेशानी के शासकीय सेवाओं, योजनाओं का लाभ उपलब्ध कराने का संकल्प लें। शासकीय कार्य में गड़बड़ करने वालों और भ्रष्टाचार करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा। प्रदेश में सुशासन हमारा संकल्प है।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यह आवश्यक है कि विकास के कार्य समय पर और गुणवत्तापूर्ण हों। जिला कलेक्टर योजनाओं की निरंतर समीक्षा की निश्चित व्यवस्था विकसित करें। प्रमुख कार्यक्रमों और योजनाओं की समीक्षा के लिए सप्ताह के दिन निर्धारित किए जाएँ। जिला, संभाग और राज्य स्तर पर विस्तृत और सजग मॉनीटरिंग व्यवस्था स्थापित की जाए। दीपावली के बाद जिलों की समीक्षा पुन: आरंभ की जाएगी।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आगामी दिवस में प्रदेश में महत्वपूर्ण कार्यक्रम प्रस्तावित है। गौ-वर्धन पूजा का कार्यक्रम 26 अक्टूबर को सार्वजनिक रूप से किया जाएगा। पर्यावरण-संरक्षण के लिए इस कार्यक्रम में अंकुर अभियान और पर्यावरण के लिए कार्य करने वाले व्यक्ति और संस्थाएँ विशेष रूप से शामिल होंगे। सभी जिलों में प्रभारी मंत्री कार्यक्रम में शामिल होंगे। भोपाल का कार्यक्रम मुख्यमंत्री की उपस्थिति में होगा। इसके बाद एक नवम्बर को मध्यप्रदेश स्थापना दिवस का आयोजन प्रदेशवासियों को गर्व-गौरव और सम्मान से परिपूर्ण करने के उद्देश्य से किया जाएगा। लाड़ली लक्ष्मी उत्सव 2 नवम्बर को होगा, जिसमें 43 लाख परिवार शामिल होंगे। गाँव और पंचायत स्तर पर भी कार्यक्रम किए जाएंगे। स्थापना दिवस पर सात दिवसीय आयोजन होंगे। प्रदेश में खेल संस्कृति का विस्तार करने ग्राम स्तर तक खेल प्रतियोगिताएँ की जाएंगी। साथ ही स्वच्छता, ऊर्जा बचत, जल-संरक्षण पर केंद्रित कार्यक्रम भी होंगे। मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना के विद्यार्थियों से संवाद भी किया जाएगा।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इंदौर में जनवरी 2023 में प्रवासी भारतीय सम्मेलन होगा, जिसमें राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित 100 देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इन्वेस्टर्स समिट, खेलो इंडिया यूथ गेम्स और जी 20 देशों की बैठकें भी प्रदेश में होंगी। अंतर्राष्ट्रीय स्तर के इन आयोजनों का उपयोग वैश्विक स्तर पर प्रदेश की स्वच्छता, प्राकृतिक, ऐतिहासिक संपन्नता, प्रसार और ब्रांडिंग में किया जाएँ।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि राशन वितरण में गड़बड़ी करने वालों को जेल भेजा जाएँ। मुख्यमंत्री भू-आवासीय अधिकार योजना में हर परिवार को रहने के लिए जमीन का टुकड़ा उपलब्ध कराना हमारा संकल्प है। मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेश में आयुष्मान भारत और प्रधानमंत्री आवास योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए बधाई दी। साथ ही नशे के विरूद्ध प्रभावी अभियान के लिए पुलिस की भी सराहना की।

मुख्यमंत्री चौहान ने सीएम राइज़ स्कूल, एक जिला- एक उत्पाद, रोजगार दिवस पर रोजगार मेला, सड़कों के रख-रखाव, कृषकों को उर्वरक वितरण, महिला स्व-सहायता समूहों की गतिविधियों, आँगड़वाड़ियों के संचालन, पोषण आहार वितरण, टीकाकरण, जल जीवन मिशन, विद्युत आपूर्ति व्यवस्था, जनता से बेहतर संवाद, प्राकृतिक खेती संबंधी गतिविधियों के प्रभावी संचालन के बारे में भी चर्चा की।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यह सौभाग्य का विषय है कि लोगों का जीवन बदलने में सक्षम योजनाओं के क्रियान्वयन का दायित्व जन-प्रतिनिधियों और अधिकारियों पर है। हम अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देकर अपना जीवन सार्थक करें और नए उत्साह एवं नई उमंग के साथ कार्य करते हुए दीपावली के पर्व को भी पूर्ण सार्थकता प्रदान करें। मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेशवासियों को दीपावली की बधाई और शुभकामनाएँ दी। राज्य मंत्रि-परिषद के सदस्य संभागायुक्त, आईजी, कलेक्टर्स, पुलिस अधीक्षक, जिला पंचायत के सीईओ तथा सभी जिला अधिकारी वर्चुअली सम्मिलित हुए।