राजस्थान के कोटा में हनीट्रैप का एक हैरतंगेज मामला सामने आया है, जिसमें एक युवक के साथ लाखों रुपये की ठगी की गई। अपनी कहानी बताते हुए पीड़ित युवक ने पुलिस से कहा कि उसे एक लड़की ने फोन कर मिलने के लिए बुलाया। जब वह उससे मिलकर उससे बातें करने लगा तो कुछ लड़कों ने आकर उसपर लड़की छेड़ने का आरोप लगाते हुए पिटाई करनी शुरू कर दी और ऑनलाइन पेमेंट के जरिए उससे लाखों रुपये ट्रांसफर करा लिए। इतना ही नहीं, और पैसे लाने के लिए भी कहा। जब पीड़ित ने कहा कि वह और जाकर पैसों का इंतजाम करेगा, तब उसे छोड़ा गया। ये पूरा मामला हनीट्रैप का है, जिसमें पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।
शहर पुलिस अधीक्षक (SP) शरद चौधरी ने बताया कि 3 मई 2023 को थाना बोरखेडा पर परिवादी धीरज जाटव, निवासी नंदा जी बाडी खेड़ली फाटक थाना भीमगंजमंडी कोटा शहर को आरोपियों द्वारा हनीट्रैप (love trap) के जाल में फंसा कर दो लाख रुपये प्राप्त कर लिए तथा फरियादी को डरा धमका कर और रुपये की डिमान्ड करने वाले अभियुक्तों की तलाश शुरू की गई। पुलिस टीम द्वारा मुलजिम रघुवीर उर्फ लड्डू (22) पुत्र प्रभुलाल, निवासी शिवजी के मन्दिर के सामने व थेकडा़ पुलिया के पास सुरसागर थाना उद्योगनगर कोटा को गिरफ्तार किया है।
धीरज जाटव ने थाने में एक रिपोर्ट पेश की थी कि 16 अप्रैल 2023 को मेरे पास एक कॉल आया और मेरे से कहा कि मैं आप से मिलना चाहती हूं। मैंने उससे कहा कि मैं आप को नहीं जानता, आप क्यों मिलना चाहती हैं? तो उसने कहा कि एक बार मिलो तो सही और मुझे जेडीबी कॉलेज के सामने मिलने के लिए कहा। इस पर मैं शाम करीब 5।30 जेडीबी के सामने पहुंचा तो मुझे लक्ष्मी नाम की लड़की कॉलेज के बाहर मिली, जिसे मैं मेरी स्कूटी पर बिठाकर नाग नागिन मंदिर से होते हुए स्टील ब्रिज के पास सुमंगल मैरिज गार्डन बजरंग नगर ले गया।
फिर बातें करने लगे, तभी वहां पर एक मोटरसाइकिल पर तीन लड़के आ गए और मुझे पकड़ लिया। कहने लगे कि मैं लड़की छेड़ रहा हूं। उनमें से एक लड़का उस लड़की को उसके घर छोड़कर आया। फिर मुझे अपनी मोटरसाइकिल पर जबरदस्ती बिठाने लगे। मैंने मना किया तो मेरे साथ मारपीट करने लग गए और बाइक पर जबरदस्ती बैठा लिया। एक ने मुझे पीछे से पकड़ लिया और बारां हाईवे पर ले गए। मुझसे उन्होंने मेरा मोबाइल भी छिन लिया। एक जने ने मुझे चाकू दिखाकर धमकाया कि चिल्लाना मत नहीं तो चाकू मार देंगे। इसलिए मैं चिल्ला भी नहीं सका। मुझे हाईवे पर एक ढाबे पर ले गए और मेरे से कहा कि हमे चार लाख रुपये दे नहीं तो तुझे जान से खत्म कर देंगे। मैने डर के मारे सूरज गुर्जर के मोबाईल नंबर पर फोन पे से एक बार 75000 हजार,एक बार 25000 टोटल एक लाख रुपये मुझ से जबरदस्ती डलवाए।
धीरज ने पुलिस को बताया कि मुझे ढाबे पर ही बंधक बना कर रखा और कहा कि तीन लाख रुपये और डालो। तो मैंने कहा आज तो इस से ज्यादा ट्रांजेक्शन नहीं हो सकता है। यह लोग आपस में एक दूसरे का नाम सूरज गुर्जर, सोनू, नाम से पुकार रहे थे। मेरे से इन्होंने कहा कि जब तक हमारे खाते में चार लाख रुपये नहीं आएंगे तब तक नहीं छोड़ेंगे फिर दूसरे दिन मेरे से 40 हजार रुपये डलवाए, ये खाता श्याम सुमन के नाम से था एवं एक अन्य मोबाइल पर फोन पे के द्वारा 50 हजार रुपये डलवाए जो जिया राजावत के नाम से खाता था।
इसके बाद 10 हजार रुपये और डलवाए थे। मैने कुल दो लाख रुपये उन लोगों के खातों में जमा करवा चुका हूं। इसके बाद मुझे एक दिन अनंतपुरा में एक लोज में रखा था और मेरे उपर और पैसे जमा करवाने का दबाव बनाने लगे। मैने उनसे झूठ बोला कि अब मेरे खाते में पैसे नहीं है, मुझे छोड़ दो। मै घर जाकर बाद में आपको पैसे दे दूंगा। इस पर मुझसे इन लोगो ने कहा कि ये बात किसी को मत बताना और पुलिस में भी शिकायत मत करना। अगर तुने हमारी शिकायत की तो हम तुझे जिंदा नही छोड़ेंगे।
पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया और एक विशेष टीम गठित की। पुलिस टीम द्वारा आसपास के सीसीटीवी (CCTV) फुटेज चेक किए गए मुखबिर की सूचना के आधार पर लगातार पीछा कर अभियुक्त को गिरफ्तार किया। अपराधी के खिलाफ पूर्व में 4 मुकदमें शहर के विभिन्न थानों में दर्ज है।