उज्जैन: उज्जैन में बाबा काल भैरव के दर्शन करने सुप्रीम कोर्ट के वकील अमरदीप अपने परिवार के साथ पहुंचे थे. यहां कालभैरव मंदिर के बाहर सुप्रीम कोर्ट के वकील और उनके परिवार के साथ मारपीट की गई. गुंड़ों ने वकील का सिर फोड़ दिया, परिवार और बच्चियों से छेड़खानी भी की. वहीं पुलिस ने तुरंत ही एक्शन लेते हुए 25 दुकानों को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया.
दरअसल परिवार की सदस्य शेजल भट्टाचार्य ने बताया कि, मैं और मेरे परिवार ने बाबा महाकाल के दर्शन के बाद बाबा काल भैरव मंदिर के दर्शन को गए थे. मंदिर के बाहर पार्किंग में जहां हमनें गाड़ी लगाई थी, वहां फूल-प्रसादी बेचने वालो ने जबरदस्ती हमें फूल प्रसादी देने की कोशिश की. फूल-प्रसादी बेचने वालों का कहना था कि यहां गाड़ी लगाई तो यहीं से प्रसाद लेना पड़ेगा. जब हमने प्रसाद नहीं लिया तो उन्होंने जबरदस्ती गाड़ी में प्रसाद फेंक दिया और 200 रुपये की डिमांड करने लगे.
हमारे ड्राइवर कमल कुमार को भी डराया धमकाने लगे. इस विवाद में राजा मालवीय नाम के व्यक्ति की अहम भूमिका रही. विवाद बढ़ने पर हमारी गाड़ी को 60 से 70 लोगों ने घेर लिया और हम पर हमला कर दिया. हमारे साथ जो बच्चियां और महिलाएं थी उनके साथ भी छेड़खानी की गई. परिजनों ने बताया कि विवाद बढ़ने पर हमारी गाड़ी को 60 से 70 लोगों ने घेर लिया और हम पर हमला कर दिया. हमारे साथ जो बच्चियां और महिलाएं थी उनके साथ भी छेड़खानी की गई. हमने डायल-100 पर भी कॉल किया, लेकिन तत्काल कोई मदद नहीं मिल पाई. फिर पास में खड़े एक पुलिसकर्मी ने मदद की. उन लोगों के बीच से हमें बाहर निकाला.
वहीं इस हमले में घायल हुए परिवार के तीन लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस मारपीट में कुल 9 श्रद्धालुओं को चोटें आई हैं. लेकिन सुप्रीम कोर्ट के वकील जिस के सिर पर लोहे की रॉड से अज्ञात बदमाशों ने हमला किया था, उनकी हालत गंभीर बनी हुई है. वहीं घटना के बाद पुलिस प्रशासन ने तुरंत ही कार्रवाई करते हुए कुल 40 दुकान जिसमें से 25 दुकानों को नगर निगम और पुलिस प्रशासन के संयुक्त अमले ने बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया, जबकि बाकी दुकानदार खुद ही कहने लगे कि हम दुकान खुद हटा लेंगे. बुलडोजर का एक्शन मत कीजिए. एसपी प्रदीप शर्मा ने श्रद्धालुओं के साथ हुई मारपीट के मामले में कहा कि आरोपी राजा भाटी को चिन्हित किया है. आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया है. भैरवगढ़ थाने में वहीं कलेक्टर साहब के संज्ञान में मामला है. आरोपी की दुकानों को चिन्हित करवाया जा रहा है, दुकानें अवैध हुई तो ध्वस्त करने की कार्रवाई की जाएगी.