ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर के 32 वर्षीय सराफा कारोबारी की ससुराल में गोली लगने से मौत हो गई। मथुरा के धौलीप्याऊ इलाके में सराफा कारोबारी की ससुराल है। वह पत्नी के साथ ददिया ससुर को देखने के लिए गए थे। इसी दौरान ससुर की लाइसेंसी रिवॉल्वर देखने लगे, तभी अचानक गोली चली और सीने में लगी।
युवक को परिजन तत्काल अस्पताल ले गए लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। कारोबारी की मां की डेढ़ माह पहले ही काेरोना से मौत हुई थी। इस घटना से सराफा बाजार के व्यापारियों में शोक की लहर छा गई है। इसके चलते गुरुवार को सभी व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। सराफा कारोबारी राजेंद्र प्रसाद गर्ग निवासी महाराणा प्रताप नगर की दुकान सराफा बाजार में ज्वाला प्रसाद नारायण दास ज्वैलर्स के नाम से है। उनका इकलौता बेटा विपुल(31) पूरा कारोबार संभालता था। विपुल की दो बेटियां हैं। राजेंद्र की पत्नी मधु का कोरोना के चलते 26 अप्रैल को निधन हो गया था।
विपुल के मामा स्वतंत्र गोयल ने बताया कि विपुल के ददिया ससुर की तबीयत खराब है। इसके चलते वह अपनी पत्नी श्वेता के साथ बुधवार को मथुरा के धौलीप्याऊ स्थित ससुराल गए थे। ददिया ससुर से मिलने के बाद वह ससुराल में ऊपर कमरे में चले गए। यहां कमरे में कोई और नहीं था। इसी दौरान वह ससुर हरिओम अग्रवाल की रिवॉल्वर देखने लगे। तभी अचानक गोली चल गई, जो उनके सीने में लगी। परिजन उन्हें अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही एसपी सिटी मार्तण्ड प्रकाश सिंह अस्पताल पहुंचे। एसपी सिटी ने क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर अमित बैनीवाल को रिवॉल्वर जब्त करने के निर्देश दिए हैं। गोली कैसे चली और सीने में कैसे लगी यह स्पष्ट नहीं हो सका है। इसके लिए जांच कराई जा रही है।
विपुल के ससुर हरिओम अग्रवाल की लाइसेंसी रिवॉल्वर उप्र में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के चलते कोतवाली थाने में जमा थी। बुधवार सुबह ही वे थाने से रिवॉल्वर लेकर आए थे, लेकिन उन्हें क्या पता था कि ऐसा हादसा हो जाएगा।विपुल का जन्मदिन 20 अप्रैल को था। उसके जन्मदिन के छह दिन बाद ही कोरोना ने उससे मां को छीन लिया। जैसे-तैसे परिवार इस दुख से उबर रहा था। अब इकलौते बेटे की मौत ने राजेंद्र प्रसाद गर्ग के परिवार की खुशियां छीन लीं। गुरुवार को शव ग्वालियर पहुंचा। इसके बाद अंतिम संस्कार किया गया।