ग्वालियर में एक अजब और गजब किस्सा सामने आया है। यहां 24 घंटे पहले जिस बेटे को मृत मानकर अंतिम संस्कार किया गया था। जिसकी पत्नी ने सुहाग की निशानी चूड़ियां और माथे का सिंदूर मिटाया था उसके सामने पति जिंदा आकर खड़ा हो गया। यह दृश्य देखकर पूरा परिवा हैरत में पड़ गया।क्योंकि कुछ ही मिनट बाद उसके अस्थियां (फूल) उठाने के लिए परिवार श्मशान घाट जा रहा था।

जिसकी मौत को पुलिस रजिस्टर में चढ़ाकर जांच कर रही थी उसके जिंदा निकलने का पता चलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और अफसरों ने जांच शुरू की है। इसके बाद कहानी पूरी तरह बदल गई है। पर पुलिस के सामने इस सवाल का अभी भ जवाब नहीं मिला है कि जिसका अंतिम संस्कार हो गया है वह कौन था?
यह है पूरा मामला
दो दिन पहले महाराज बाड़ा स्थित लेडीज पार्क में एक युवक की लाश मिली थी। लाश मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मृतक की शिनाख्त ना होने पर उसका फोटो सोशल मीडिया पर वायरल किया। साथ ही शव को डेड हाउस में रखवा दिया। जिससे उसकी शिनाख्त हो सके। गुरुवार को इंदरगंज के नौगजा रोड निवासी रोहित कुशवाह के परिजन कोतवाली थाने पहुंचे और शव की शिनाख्त अपने बेटे रोहित के रूप में की। रोहित दस दिन से लापता था और जब उसका कुछ पता नहीं चला तो वह हताश हो गए थे। तभीएक पड़ोसी ने रोहित से मिलली जुलती लाश मिलने की सूचना दी। सोशल मीडिया को वायरल पोस्ट भी दिखाया। जब परिवार डेड हाउस पहुंचा तो देखा कि जो लाश रखी है उसका एक हाथ और पैर खराब है। रोहित का भी एक हाथ और पैर खराब था। चेहरा काफी बेकार हो गया था लेकिन कद काठी और हुलिया हुबहू मैच कर रहा था। इस पर परिवार नेउसकी पहचान रोहित के रूप में की। इसके बाद मृतक का पीएम कराने के बाद परिजन शव को लेकर घर पहुंचे। यहां रोहित के शव पर उसकी पत्नी ने रोते हुए सुहाग की निशानी चूड़ियां फोडी और सिंदूर मिटाया। फिर शव को मुक्तिधाम ले जाकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया।