शिवपुरी| तीन वर्ष पूर्व शिवपुरी जिला मुख्यालय पर आईटीआई के सामने एक शासकीय निर्माण कार्य की कि जा रही खुदाई में जमीन के अंदर से निकली जैनधर्म के प्रथम तीर्थंकर 1008 भगवान श्री आदिनाथ की प्रतिमा को आज जिला प्रशासन ने जैन समाज के लोगों को सौंप दिया है। इस संबंध में जैन समाज ने पिछले दिनों शिवपुरी विधायक एवं मध्य प्रदेश सरकार में खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया को एक ज्ञापन सौंपा था और मांग रखी थी कि भगवान आदिनाथ की प्रतिमा जो कि वर्तमान में सिटी कोतवाली में स्थित मंदिर में रखी हुई है, उस प्रतिमा को जल्द से जल्द जैन समाज को पूजन आदि के लिए सौंपा जाए, खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने जैन समाज के लोगों की भावनाओं गंभीरता से लेते हुए तत्काल जिला प्रशासन और संबंधित अधिकारियों से चर्चा करने के बाद उन्हें निर्देशित किया था कि जल्द से जल्द कागजी कार्यवाही पूरी करने के बाद भगवान आदिनाथ की प्रतिमा जैन समाज को सौंपी जाए। खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के निर्देशों के बाद आज वह सुखद घड़ी आई जब प्रशासन के द्वारा जैन समाज को भगवान 1008 आदिनाथ की प्रतिमा पूजा पाठ के लिए सौंप दी गई है। जैन समाज के लोग बड़ी संख्या में एकत्रित होकर सिटी कोतवाली पहुंचे जहां से उनके द्वारा रथ में श्रीजी की प्रतिमा को सवार करते हुए गाजे-बाजे के साथ महल कालोनी स्थित महावीर जिनालय मंदिर पर लेकर पहुंचे, यहां पर भगवान आदिनाथ की प्रतिमा की पूजन हेतु शुद्धि की जाएगी।कोरोना के चलते नही हो पाई थी आगे की खुदाई
जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ की मूर्ति जो कि 18 मार्च 2020 को शिवपुरी में आईटीआई के पास खुदाई के दौरान मिली थी, उस समय आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के परम शिष्य मुनि श्री सुब्रत सागर जी महाराज शिवपुरी में विराजमान थे, जिन्होंने तत्समय मूर्ति को देखकर कहा था की यह चमत्कारी प्रतिमा है, बाद में जिला प्रशासन ने पुरातत्व विभाग की टीम को बुलाया और उस स्थान को चिंहित कर और आगे भी खुदाई होना थी लेकिन कोरोना के चलते मूर्ति को जिला प्रशासन ने जैन समाज के निवेदन पर सिटी कोतवाली में रखवा दिया था।
धरने पर बैठ गया था समाजखुदाई के दौरान जमीन के अंदर से निकली भगवान आदिनाथ की प्रतिमा जी को जैन समाज ने लेने के लिए हर संभव प्रयास किया था, यहां तक की जैन समाज के लोग मूर्ति निकलने वाले स्थान पर धरने पर भी बैठा गए थे, बाद में कोरोना को देखते हुए यह धरना जिला प्रशासन और पुलिस के आग्रह पर समाप्त कर दिया गया था और पुलिस प्रशासन ने प्रतिमा जी को शहर कोतवाली में स्थित मंदिर जी में रखवा दिया था, जब से ही भगवान आदिनाथ की यह प्रतिमा कोतवाली परिसर स्थित मंदिर में ही रखी थी, लेकिन आज यह प्रतिमा जी जैन मंदिर पहुंची है।
सिंधिया परिवार के कारण समाज को मिली प्रतिमाशिवपुरी विधायक एवं मध्य प्रदेश सरकार में खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया को पूर्व में जैन समाज के प्रतिनिधि मंडल द्वारा एक ज्ञापन सौंपा गया था, जिसमें उल्लेख किया गया था की भगवान आदिनाथ की प्रतिमा को जैन समाज के लिए सौंपा जाए, खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने जैन समाज को आश्वासन दिया था की जल्द ही प्रतिमा समाज को सौंप दी जाएगी, पिछले दिनों समाज के लोगों ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समक्ष भी मांग उठाई थी और आज सुखद परिणाम यह सामने आया की प्रतिमा जी समाज को सौंप दी गई है।
पहुंचा प्रतिनिधि मंडलखेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के निर्देशन में आज जैसे ही भगवान की प्रतिमा जैन समाज को सौंप जाने की घड़ी आई, उसी समय खेल मंत्री का प्रतिनिधि मंडल भी सिटी कोतवाली परिसर स्थित मंदिर पर जा पहुंचा, जिन्होंने भगवान की प्रतिमा के दर्शन करने के बाद जैन समाज के लोगों के साथ मिलकर प्रतिमा जी को मंदिर तक पहुंचाया और मंदिर पहुंचने पर यहां समाज के लोगों ने खेल मंत्री द्वारा भेजे गए प्रतिनिधिमंडल का सम्मान किया, प्रतिनिधिमंडल ने भी 1008 श्री महावीर जिनालय में विराजमान मुनिश्री 108 पदम सागर जी महाराज के दर्शन कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त किय। इस दौरान नगरपालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा, विपुल जैमिनी, आशीष जैन, संजय गौतम, केपी परमार, राजेंद्र शिवहरे, कप्तान यादव सहित तमाम भाजपा नेता मौजूद रहे।
इनका कहना है“मुझे यह बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि करीब 3 साल पहले शिवपुरी आईटीआई के पास खुदाई में मिलीं जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ की अत्यंत प्राचीन प्रतिमा प्राप्त हुई थी। चूंकि उन प्रतिमाओं से जैन समाज की श्रद्धा जुड़ी है, इसलिए आज उन प्रतिमाओं को समाज को सौंप दिया गया है। हर धर्म का आदर और जनभावनाओं का सम्मान हमारी प्रतिबद्धता है, हमारी टीम ने पूरी सावधानी बरतते हुए, अथक परिश्रम कर इस मंगल कार्य को पूरा किया है।”
यशोधरा राजे सिंधियास्थानीय विधायक एवं कैबिनेट मंत्री