इंदौर । भागदौड़ भरी जिंदगी और उसपर ढेरों तनाव…कॉम्पटीशन और आधुनिकता की चकाचौंध के बीच युवा अब इस कदर हताश हो गया है कि वह अपने जीवन में चलने वाले तनावों को खुद अकेले ही झेलने का आदी हो गया है। अपने जीवन की किसी भी टेंशन को परिवार को न बताने की वजह से युवाओं के आत्महत्या के मामले बढ़ने लगे हैं। ऐसा ही एक मामला इंदौर के हीरानगर थाना क्षेत्र स्थित मारुति नगर में सामने आया है, जहां पर 30 वर्ष के आदित्य शर्मा नामक व्यक्ति ने देशी पिस्टल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।

आदित्य होटल व्यवसाई था और परिवार से अलग दूसरी कॉलोनी में रहता था। वह आज दोपहर अचानक अपनी मां और भाई के घर आया, जिस समय पूरा परिवार उपरी मंजिल पर था, उसी समय आदित्य ने मकान के ग्राउंड फ्लोर पर खुद को गोली मार ली। आत्महत्या से पहले आदित्य ने पूरे घर में पोस्टर और स्टीकर चिपकाकर अपनी आत्महत्या के लिए किसी को भी जिम्मेदार नहीं मानने की बात कही है। सुसाइड नोट में अपनी मर्जी से आत्महत्या करने की बात का जिक्र किया है। सुसाइड नोट में कई भावुक कर देने वाली बातें लिखी हैं। आदित्य को जानने वालों की मानें तो आदित्य हमेशा यह कहता था कि वह 30 साल से ज्यादा जीवन नहीं जीएगा, इसीलिए वह शादी भी नहीं करना चाहता है।

7 पन्नों के सुसाइड नोट में सिद्दू मूसेवाला का जिक्र कर आदित्य ने लिखा है कि ‘मैं मेरे जीवन में सिद्धू मूसेवाला का बहुत बड़ा फैन था, तो मैं उसको बहुत मिस करता हूं’। सुसाइड नोट में दोस्तों के बारे में भी आदित्य ने बहुत कुछ लिखा है। उसने लिखा है कि ‘जीना कठिन नहीं होता, पर मरना बहुत मुश्किल होता है।’

आदित्य ने अपने सुसाइड नोट में मेंशन किया कि वह ना तो किसी के प्रेम प्रसंग में है, ना ही उसकी किसी से दुश्मनी है और ना किसी के कर्ज से वह परेशान है। फिलहाल यह ज्ञात नहीं हो पाया कि उसने इस तरह का कदम क्यों उठाया है। वहीं मृतक ने अपने कमरे में सुसाइड नोट लगा रखे थे, जिसमें क्षेत्रीय कांग्रेस पार्षद राजू भदोरिया का जिक्र किया था। इसके साथ ही सात पेज का सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उसने परिवार से माफी मांगी है।

सुसाइड नोट में आदित्य ने लिखा है कि वह गोवा से अपने दोस्तों के लिए गिफ्ट लेकर आया था, जिसे वह नहीं दे पाया था। पुलिस ने मृतक के पास से एक पिस्तौल भी बरामद की है, जो अवैध देशी पिस्टल हैं। पहली नजर में तो यह मामला अपने आप में संदिग्ध है, क्योंकि मृतक खुद अपने सुसाइड नोट में किसी को भी अपनी मौत के लिए जिम्मेदार नहीं बता रहा है। वह परिवार से, दोस्तों से, रिश्तेदारों से सभी से माफी भी मांग रहा है। हालांकि पुलिस इस पूरे मामले में जांच कर रही है और शव को पोस्टमार्टम के लिए एमवाय अस्पताल भिजवाया गया है।

गौरतलब है कि आत्महत्या से रोके जाने और डिप्रेशन के शिकार लोगों की काउंसलिंग के लिए कई सामाजिक संस्था संगठन और पुलिस समय-समय पर ऐसे कार्यक्रम आयोजित करते हैं। इंदौर में 2 दिन पहले ही पुलिस ने घर में सुसाइड कर रहे एक युवक को फांसी लगाने से पहले ही बचाया था।