दतिया। दतिया में गुरुवार को कांग्रेस की जन आक्रोश रैली के बाद फायरिंग से अफरा तफरी मच गई। रैली के बाद मौके पर खून के निशान और कुछ वाहनों के कांच टूटे हुए मिले हैं। पुलिस ने इस मामले में एक संदिग्ध को पकड़ा है। उसके पास से रायफल भी जब्त की है। पुलिस ने इसके अलावा भी 3 अन्य लोगों को भी पकड़ा है। इन सभी से पूछताछ की जा रही है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार एसपी ऑफिस के सामने शाम करीब पौने 5 बजे 3 राउंड गोली चलने की सूचना मिली। इस दौरान रैली में शामिल सैड़कों लोग सड़क पर ही थे। बाद में घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें फायरिंग की आवाज सुनाई दे रही है।

उधर पुलिस के अनुसार रैली के दौरान रोहित गुर्जर और परविंद गुर्जर के बीच डीजे आगे-पीछे करने को लेकर विवाद हुआ। रोहित डीजे आगे जबकि परविंद पीछे करने को  कह रहा था। रोहित, रामू गुर्जर गुट का है। वहीं, परविंद दूसरे गुट का है। मामले की जानकारी लगते ही कांग्रेस विधायक राजेंद्र भारती कोतवाली थाने पहुंचे। बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता भी यहां पहुंचे। पुलिस का कहना है कि आपसी विवाद में गोली चली है।

पुलिस ने फरियादी रोहित गुर्जर की शिकायत पर रामू गुर्जर, सचिन गुर्जर, पवन गुर्जर समेत 6 के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार सचिन गुर्जर ने कार के भीतर से ही पहला राउंड फायर किया। फायर की आवाज सुनकर लोग कार की ओर दौड़े। हड़बड़ाहट में गोली लगने से कार का टूटा कांच सचिन को लगा, जिससे वह घायल हो गया। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया है।

उल्लेखनीय है कि अघोषित बिजली कटौती, महंगाई, बेरोजगारी, पानी और किसानों की समस्याओं को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी ने गुरुवार को जिला मुख्यालय पर जन आक्रोश रैली का आयोजन किया था। इस रैली में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी भी इसमें शामिल हुए थे। रैली दोपहर में किला चैक से होते हुए पुरानी कचहरी पहुंची, जहां घेराव किया गया। साथ ही सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। शाम को रैली के समापन के बाद जीतू पटवारी समेत अन्य बड़े नेता वहां से रवाना हो गए।

बड़े नेताओं के जाते ही कुछ लोगों के बीच बहस हुई और गोली चलने की आवाज सुनाई दी। गोली चलते ही अफरा-तफरी मच गई। पुलिस ने एक संदिग्ध को पकड़ लिया और उसे थाने ले जाया गया। इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। 

युवा कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष राघवेंद्र गुर्जर उर्फ रामू गुर्जर ने कहा कि हजारों लोगों के सामने मुझ पर जानलेवा हमला किया गया। ये मेरी जान लेना चाहते हैं। मेरे राजनीतिक विरोधियों ने उन्हें आगे किया हुआ है।

पुलिस ने अब तक इस मामले में कुछ भी नहीं बताया है। वहीं, मौके पर मौजूद कांग्रेस नेताओं का कहना है कि रैली में सभी लोग शामिल थे। अलग-अलग गुट यहां आए थे। इनमें से एक गुट ने शक्ति प्रदर्शन किया, जिसका दूसरे गुट ने विरोध किया। इसके बाद दो फायर हुए। युवा कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष रामू गुर्जर के चचेरे भाई पर गोली चलाने का आरोप है। पुलिस ने रामू गुर्जर के साथ ही तीन चार संदिग्ध लोगों को थाने पर पूछताछ के लिए बैठाया है।