अयोध्या: अयोध्या के भदरसा में हुए गैंगरेप कांड में बड़ा एक्शन हुआ है. पीड़ित नाबालिग लड़की की मां द्वारा सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ मुलाकात के बाद पूरा कलंदर थानाध्यक्ष रतन शर्मा और भदरसा चौकी इंचार्ज अखिलेश गुप्ता को सस्पेंड कर दिया गया है. दोनों के खिलाफ त्वरित कारवाई न करने और मुकदमा दर्ज करने में देरी पर कारवाई की गई है. इसके अलावा मुख्य आरोपी मोइद खान की संपत्तियों की भी जांच के आदेश दिए गए हैं. राजस्व विभाग ने जमीन की पैमाईश शुरू कर दी है. आरोप है कि मोइद द्वारा तालाब और सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा किया गया है.
दरअसल, गैंगरेप की ये घटना अयोध्या के पूरा कलंदर थाना क्षेत्र की है, जहां एक नाबालिग से दुष्कर्म के बाद आरोपियों ने उसका अश्लील वीडियो बना लिया फिर लंबे समय तक उसे ब्लैकमेल करके बारी-बारी रेप करते रहे. इस मामले का खुलासा तब हुआ जब पीड़िता दो महीने की गर्भवती हो गई. पीड़िता के परिजनों ने पुलिस से इस मामले की शिकायत की लेकिन आरोप है कि शुरू में इसपर कोई एक्शन नहीं लिया गया. बाद में जब हिंदु संगठनों के साथ निषाद पार्टी के लोगों ने आक्रोश जताया तो पुलिस ने सपा के भदरसा नगर अध्यक्ष मोईद खान और उसकी बेकरी पर काम करने वाले राजू को गिरफ्तार किया. एनसीपीसीआर ने इस घटना पर पुलिस को नोटिस भी दिया है.
पीड़ित नाबालिग लड़की की मां ने शुक्रवार (2 अगस्त) को लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की. इस दौरान सीएम ने सपा नेता मोईद खान समेत अन्य आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया. इसके बाद अब थाना प्रभारी और चौकी प्रभारी पर भी एक्शन हुआ है और आरोपी की संपत्ति की जांच शुरू कर दी गई है.
गौरतलब है कि बीते दिन विधानसभा में कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर बोलते हुए सीएम योगी ने समाजवादी पार्टी को आईना दिखाया था. उन्होंने कहा कि अयोध्या में दुष्कर्म करने वाला सपा सांसद (अवधेश प्रसाद) का करीबी है. लेकिन पार्टी ने अब तक उसपर कोई कार्रवाई की नहीं की. क्या ये बात हल्के में टाल देने वाली है. सीएम योगी ने कहा था कि समाजवादी पार्टी का नेता मोईन खान इस कृत्य में शामिल पाया गया, जो अयोध्या के सांसद के साथ रहता है. उन्हीं के साथ उठता है, खाता है. उनकी ही टीम का सदस्य है. लेकिन सपा ने उस पर कोई कार्रवाई नहीं की. लेकिन हमारी सरकार में महिलाओं की सुरक्षा में सेंध लगाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.
12 वर्षीय पीड़ित लड़की चार बहनों में सबसे छोटी है. पिता की दो साल पहले ही मृत्यु हो गई है. घर का गुजारा उसकी मां और बहनों के द्वारा मजदूरी से मिले पैसे से चलता है. आरोप है कि लगभग ढाई महीने पहले पीड़िता खेत से मजदूरी करके लौट रही थी. तभी रास्ते में उसे राजू नामक एक शख्स मिला जिसने उससे कहा कि बेकरी मालिक मोईद खान उसे बुला रहा है. आरोप है कि मोईद ने उसका बलात्कार किया और राजू ने इसका वीडियो बना लिया.
फिर राजू ने भी बच्ची के साथ दुष्कर्म किया. लंबे समय तक दोनों वीडियो के आधार पर ब्लैकमेल करके उसके साथ गंदा काम करते रहे. बच्ची जब 2 महीने की गर्भवती हो गई तब मामला खुला. पीड़िता की मां ने बताया कि जब हम शिकायत लेकर चौकी पर गए तो दरोगा ने हमसे कहा कि राजू का नाम रखिए लेकिन दूसरा नाम हटा दीजिए. फिर एसपी के दखल के बाद हमारा मामला लिखा गया. हमें आरोपियों के लिए फांसी की सजा चाहिए.