सतना। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का मैहर दौरा एक बार फिर कैंसिल हो गया। इसी के साथ मैहर को जिला बनाने की घोषणा भी अधर में लटक गई। मैहर को जिला बनाने की बात सुनकर ही यहां के नेताओं (leaders) की बाहें उठ जाती हैं कि इस अहम सौगात का श्रेय हमारा है। श्रेय के चक्कर में लगातार भाजपा को दौरा कैंसिल होने से झटके पर झटके लग रहे हैं। वहीं, कांग्रेस के स्वर भी मुखर हो रहे हैं। घोषणाएं पूरी होने का वक्त भी तेजी से फिसल रहा है। उधर नारायण त्रिपाठी यह कह रहे हैं कि मैहर तो जिला बन चुका है। कैबिनेट से पास भी हो चुका है अब इसे धरातल में कार्य रूप में परिणित करना है। यह काम जितना जल्दी हो सीएम को कर देना चाहिए।
विधायकों, सांसदों में श्रेय लेने की होड़
भले ही अभी तक मैहर जिला नहीं बन पाया है लेकिन इसका श्रेय लेने की होड़ मची है। सांसद गणेश सिंह लगातार इस दिशा में आगे बढ़कर कह रहे हैं कि उन्होंने मैहर, अमरपाटन एवं रामनगर के आम लोगों एवं प्रबुद्धजनों से चर्चा करके मुख्यमंत्री से मैहर को जिला बनाने की बात की है और शीघ्र ही मैहर जिला बनेगा। दूसरी ओर कांग्रेस नेता रामनिवास उर्मलिया, धर्मेश घई का कहना है कि उनकी पार्टी की सरकार के मुखिया कमलनाथ ने तो कैबिनेट से ही मैहर को जिला बनाने पास कराके घोषणा कर दी थी। भाजपा ने तोड़ मरोड़ खरीदकर सरकार बनाई और मैहर को जिला बनाने कार्य रूप में परिणित होने अभी तक रोके रखा। उधर लगातार मैहर का नेतृत्व कर रहे विधायक नारायण त्रिपाठी कहते हैं कि अब ये नौटंकी बंद होनी चाहिए। मैहर तो जिला बन चुका है। क्षेत्र की जनता सब जानती है। इसके कार्य रूप में परिणित होने में बाधक कौन है यह भी सर्वविदित है।
सीएम शिवराज के 3 दौरे हो चुके स्थगित
मुख्यमंत्री का प्रस्तावित दौरा एक बार फिर निरस्त हो जाने से मैहर को जिला बनाये जाने की अंतिम घोषणा की उम्मीदों को रविवार को एक बार फिर झटका लग गया। चुनावी साल है और बीते दो माह से मैहर को जिला बनाने की घोषणा और सीएम शिवराज के तीन दौरे स्थगित हो चुके हैं लिहाजा सियासी गर्माहट भी बढ़ गई है। सीएम का 27 अगस्त को मैहर आने का कार्यक्रम शनिवार की रात अचानक जारी हुआ। उन्हें शाम 4 बजे मैहर पहुंचना था और स्थानीय कार्यक्रम में शामिल होने के बाद उन्हें वापस लौट जाना था। रविवार की सुबह से ही सीएम के मैहर दौरे को लेकर तैयारियां शुरू हो गईं। प्रशासन इंतजामों में जुट गया।
भोपाल से आए संदेश ने सभी की उम्मीदों पर फेरा पानी
प्रदेश में चल रहे नए जिलों की घोषणाओं के दौर के बीच सीएम का अचानक मैहर दौरा तय होने से कयास लगाए जाने लगे थे कि रविवार को कुछ बड़ा होगा। सीएम मैहर को जिले की सौगात देंगे। इस संभावना ने सतना के नेताओं में क्रेडिट वॉर भी शुरू करा दी थी। सोशल मीडिया पर सभी अपने-अपने प्रयास गिनाने लगे। गाहे-बगाहे लिखे गए पत्र वायरल कराने लगे लेकिन इन तमाम स्थितियों के बीच भोपाल से आए संदेश ने सभी की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। मुख्यमंत्री का अचानक प्रस्तावित हुआ मैहर दौरा अचानक ही निरस्त कर दिया गया। यह तीसरा मौका था जब सीएम का मैहर में कार्यक्रम कैंसिल किया गया।
फिर तल्ख हुए नारायण त्रिपाठी
बीजेपी और अपनी ही सरकार को हमेशा कटघरे में लाने वाले मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी सीएम का दौरा निरस्त होने से एक बार फिर तल्ख हो गए। प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा तीसरी बार हो रहा है। बार-बार माई शारदा के धाम की उपेक्षा ठीक नहीं है। मैहर को पहले ही सरकार की कैबिनेट ने जिला बनाने की मंजूरी दे दी थी। अब सिर्फ उसे कार्य रूप में परिणित किया जाना है। हालांकि अपनी 18 महीने की सरकार जाते जाते कमलनाथ ने मैहर को जिला घोषित किया था।