भोपाल। कांग्रेस से बहनें सावधान रहें, जिस तरह से कांग्रेस सरकार ने आदिवासी बहनों के पैसे छीने थे, अब उनकी नजर लाड़ली बहनों को मिलने वाले पैसों पर है। कांग्रेस नेता इस योजना को बंद कराने की तैयारी कर रहे हैं। इनके लोग ट्वीट कर रहे हैं कि मामा चुपके से पैसा डालेगा। हां, मैं बहनों के खातों में पैसे डालूंगा। यह पहले से चल रही योजना है और इसे कोई बंद नहीं करवा सकता। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पार्टी को गरीब विरोधी, आदिवासी विरोधी और बहनों की विरोधी बताते हुए कही।
सीएम ने कहा कि बहनों के खातों में पैसे डाले जा रहे हैं, तो इससे कांग्रेस को तकलीफ क्यों हो रही है। शिवराज सिंह चौहान ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने कभी बहनों के लिए कुछ नहीं किया। इन्हें जब भी मौका मिला, इन्होंने छीना ही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के इस प्रपंच से उसकी नीयत साफ हो गई है। जैसे उसने आदिवासी भाई-बहनों को जूते-चप्पल देना बंद कर दिया था। संबल योजना बंद की, बेटियों की शादी बंद कर दी और पैसा ही नहीं दिया। यही नहीं बैगा, भारिया और सहरिया बहनों का पैसा बंद किया था। इसी तरह अब कांग्रेस लाड़ली बहना योजना बंद कराने का षड्यंत्र रच रही है।
हम आदिवासी बहनों को चप्पल पहना रहे हैं, तो कांग्रेस के सीने में कांटे चुभ रहे है आदिवासी बहनें जब जंगल में तेंदूपत्ता तोड़ने जाती थीं, तो प्यास से उनका कंठ सूखता था, पैरों में कांटे चुभते थे। उनकी तकलीफों को देखते हुए भाजपा सरकार ने आदिवासी बहनों को चप्पल, पानी की बोतल और साड़ी देना शुरू किया था। लेकिन कमल नाथ की 15 महीनों की सरकार ने यह योजना बंद कर दी थी। अब हमारी सरकार फिर से तेंदूपत्ता तोड़ने वाले भाई बहनों को जूते-चप्पल पहना रही है, पानी की बोतल और साड़ी दे रही है, तो इन्हें तकलीफ हो रही है। कमल नाथ और प्रियंका गांधी वाड्रा सुन लें, हम आदिवासी भाई-बहनों को सम्मान भी देंगे और सामान भी देंगे।
कांग्रेस ने कभी नहीं दिया आदिवासियों को सम्मान मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने कभी आदिवासियों, जनजातीय नायकों को सम्मान नहीं दिया। कांग्रेस केवल अपने नेताओं के, एक परिवार के लोगों के स्मारक बनवाती रही, लेकिन कभी भगवान बिरसा मुंडा, टंट्या मामा, भीमा नायक, शंकर शाह, रघुनाथ शाह, रानी दुर्गावती को सम्मान नहीं दिया। इनके स्मारक हम बनवा रहे हैं। अपनी आदिवासी विरोधी सोच के चलते कांग्रेस ने प्रदेश में कभी शिवभानु सिंह सोलंकी और जमनाबाई जैसे नेताओं को मुख्यमंत्री नहीं बनने दिया।शिवराज ने कहा- सावधान रहें बहनें, लाड़ली बहना योजना की राशि देना बंद कर देगी कांग्रेस
भोपाल। कांग्रेस से बहनें सावधान रहें, जिस तरह से कांग्रेस सरकार ने आदिवासी बहनों के पैसे छीने थे, अब उनकी नजर लाड़ली बहनों को मिलने वाले पैसों पर है। कांग्रेस नेता इस योजना को बंद कराने की तैयारी कर रहे हैं। इनके लोग ट्वीट कर रहे हैं कि मामा चुपके से पैसा डालेगा। हां, मैं बहनों के खातों में पैसे डालूंगा। यह पहले से चल रही योजना है और इसे कोई बंद नहीं करवा सकता। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पार्टी को गरीब विरोधी, आदिवासी विरोधी और बहनों की विरोधी बताते हुए कही।
सीएम ने कहा कि बहनों के खातों में पैसे डाले जा रहे हैं, तो इससे कांग्रेस को तकलीफ क्यों हो रही है। शिवराज सिंह चौहान ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने कभी बहनों के लिए कुछ नहीं किया। इन्हें जब भी मौका मिला, इन्होंने छीना ही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के इस प्रपंच से उसकी नीयत साफ हो गई है। जैसे उसने आदिवासी भाई-बहनों को जूते-चप्पल देना बंद कर दिया था। संबल योजना बंद की, बेटियों की शादी बंद कर दी और पैसा ही नहीं दिया। यही नहीं बैगा, भारिया और सहरिया बहनों का पैसा बंद किया था। इसी तरह अब कांग्रेस लाड़ली बहना योजना बंद कराने का षड्यंत्र रच रही है।
हम आदिवासी बहनों को चप्पल पहना रहे हैं, तो कांग्रेस के सीने में कांटे चुभ रहे है आदिवासी बहनें जब जंगल में तेंदूपत्ता तोड़ने जाती थीं, तो प्यास से उनका कंठ सूखता था, पैरों में कांटे चुभते थे। उनकी तकलीफों को देखते हुए भाजपा सरकार ने आदिवासी बहनों को चप्पल, पानी की बोतल और साड़ी देना शुरू किया था। लेकिन कमल नाथ की 15 महीनों की सरकार ने यह योजना बंद कर दी थी। अब हमारी सरकार फिर से तेंदूपत्ता तोड़ने वाले भाई बहनों को जूते-चप्पल पहना रही है, पानी की बोतल और साड़ी दे रही है, तो इन्हें तकलीफ हो रही है। कमल नाथ और प्रियंका गांधी वाड्रा सुन लें, हम आदिवासी भाई-बहनों को सम्मान भी देंगे और सामान भी देंगे।
कांग्रेस ने कभी नहीं दिया आदिवासियों को सम्मान मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने कभी आदिवासियों, जनजातीय नायकों को सम्मान नहीं दिया। कांग्रेस केवल अपने नेताओं के, एक परिवार के लोगों के स्मारक बनवाती रही, लेकिन कभी भगवान बिरसा मुंडा, टंट्या मामा, भीमा नायक, शंकर शाह, रघुनाथ शाह, रानी दुर्गावती को सम्मान नहीं दिया। इनके स्मारक हम बनवा रहे हैं। अपनी आदिवासी विरोधी सोच के चलते कांग्रेस ने प्रदेश में कभी शिवभानु सिंह सोलंकी और जमनाबाई जैसे नेताओं को मुख्यमंत्री नहीं बनने दिया।