इंदौर: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रवासी भारतीय सम्मेलन में हुई अव्यवस्था पर माफी मांगी है. सीएम शिवराज ने कहा कि हमने सम्मेलन को अच्छा बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी, लेकिन पीएम मोदी की लोकप्रियता ऐसी है कि हॉल छोटा पड़ गया. अगर आप लोगों को कोई असुविधा हुई है तो मैं दोनों हाथ जोड़कर आपसे माफी मांगता हूं. कल हुई असुविधा के लिए CM शिवराज ने मंच से राष्ट्रपति के सामने प्रवासी भारतीयों (Overseas Indians) से हाथ जोडकर माफ़ी मांगी है.

बता दें कि इंदौर में सोमवार को प्रवासी भारतीस सम्मेलन का कार्यक्रम था. विदेशों से बड़ी संख्या में एनआरआई लोग इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए इंदौर आए हुए थे. लंदन के मेयर और जमैका के शीर्ष अधिकारियों को कार्यक्रम में भाग लेने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों उद्घाटन के बाद इंदौर में सोमवार से शुरू हुए 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के दौरान आयोजन स्थल लोगों से खचाखच भर गया. इस बीच, मुख्य हॉल में प्रवेश नहीं मिलने पर कुछ भारतवंशी प्रतिनिधियों ने नाराजगी जताई. इन प्रतिनिधियों ने कहा कि सम्मेलन के लिए पहले से पंजीयन कराने के बावजूद वे मुख्य हॉल में प्रवेश नहीं कर सके. स्थानीय पुलिस के एक आला अधिकारी ने अपना नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर कहा कि आयोजन स्थल की बैठक व्यवस्था विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के हाथ में है और केंद्र सरकार के ये अधिकारी ही विदेशी मेहमानों की कथित असुविधा के बारे में बयान दे सकते हैं.

सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में जूली जैन को कहते हुए सुना जा सकता है कि उन्हें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के आयोजन स्थल के मुख्य हॉल में यह कहकर प्रवेश नहीं दिया गया कि यह जगह लोगों से खचाखच भर चुकी है. अमेरिका से आईं जूली जैन के मुताबिक, उनसे कहा गया कि वह टीवी पर इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देख सकती हैं.

जैन ने इस बर्ताव को बेहद अपमानजनक बताते हुए कहा, अगर मुझे इस सम्मेलन का उद्घाटन समारोह टीवी पर ही देखना होता, तो मैं इतना पैसा खर्च करके अमेरिका से भारत क्यों आती. गौरतलब है कि प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन चार साल के अंतराल के बाद पहली बार ऑफलाइन आयोजित किया जा रहा है और करीब 70 देशों के 3,500 से ज्यादा भारतवंशियों ने इसमें हिस्सा लेने के लिए पंजीकरण कराया है.