शिवपुरी . शिवपुरी जिले में निकाली जा रही विकास यात्रा भाजपा विधायकों के लिए मुसीबत बन गई है. इसी क्रम में पोहरी विधानसभा क्षेत्र से विधायक और पीडब्ल्यूडी राज्य मंत्री सुरेश राठखेड़ा जब एक गांव में नहीं पहुंचे तो यहां के ग्रामीणों ने उनका पोस्टर जला दिया और नारेबाजी की. पोस्टर जलाने और नारेबाजी का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.जिसमें ग्रामीणजन कह रहे हैं कि मंत्री नहीं आए तो वह अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं. पोहरी विधानसभा क्षेत्र से विधायक और पीडब्ल्यूडी राज्यमंत्री सुरेश राठखेड़ा सिंधिया समर्थक विधायकों में गिने जाते हैं. बीते दो वर्ष पहले उन्होंने कांग्रेस को छोड़कर भाजपा का दामन थामा है और उपचुनाव में सिंधिया समर्थक के तौर पर उन्हें भाजपा ने उपचुनाव में टिकट दिया था जिसमें वह जीते थे.

सोशल मीडिया पर हो रहा है वीडियो वायरल-

लोगों द्वारा बैनर-पोस्टर जलाने के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. बताया जा रहा है कि पोहरी विधानसभा क्षेत्र के ग्राम किशनपुरा में बीते रोज विकास यात्रा पहुचनी थी क्षेत्रीय विधायक और पीडब्ल्यूडी राज्य मंत्री सुरेश धाकड़ बैनर पोस्टर भी लगाए गए थे. लेकिन मंत्री के न पहुचने से नाराज ग्रामीणों ने पीडब्ल्यूडी राज्यमंत्री सुरेश राठखेड़ा के बैनर पोस्टरों को आग के हवाले कर दिया. क्योंकि विकास यात्रा में शामिल होने के लिए मंत्री सुरेश राठखेड़ा नहीं पहुंचे. जिनका सुबह से ग्रामीण इंतजार कर रहे थे. इस घटना का एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया (Media) पर वायरल हो रहा है.

ग्रामीणजन लगा रहे हैं पोस्टर में आग-

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है इस वीडियो में ग्रामीण हाथो में बैनर पोस्टर लेकर आग लगा रहे थे. हालांकि यह वीडियो कब का है यह स्पष्ट नहीं हो सका है. वीडियो में कुछ ग्रामीण यह कहते सुनाई दे रहे हैं किशनपुरा की आदिवासी जनता की कई समस्याएं हैं. जिन्हें मंत्री के समक्ष रखने के लिए सुबह से आदिवासी समाज के लोग अपना कामधाम छोड़कर मंत्री का इंतजार कर रहे थे. लेकिन मंत्री सुरेश राठखेड़ा किशनपुरा नहीं पहुंचे.

अपने बयानों से लगातार सुर्खियों में रहते हैं पीडब्ल्यूडी राज्य मंत्री सुरेश राठखेड़ा-

शिवपुरी जिले के पोहरी विधानसभा क्षेत्र से विधायक और शिवराज सरकार में पीडब्ल्यूडी राज्य मंत्री सुरेश राठखेड़ा अपने बयानों से भी सुर्खियों में रहते हैं.पिछले दिनों पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता कमलनाथ को उन्होंने कलंकनाथ कहा था. इसके अलावा अमर्यादित भाषा का भी उपयोग किया था. विकास यात्रा के दौरान का यह वीडियो सोशल मीडिया (Media) पर वायरल हुआ था.