फरीदाबाद पुलिस ने एक ऐसे सेक्‍स रैकेट का पर्दाफाश किया है, जो कहीं पर ठिकाना बनाकर संचालित होने की जगह कार में चलता था। यह गिरोह पुलिस से बचने के लिए कार में बैठकर शहर में घूमता रहता था और जब किसी कस्‍टमर का फोन आता तो बताई गई जगह पर लड़की सप्‍लाई कर देता था। पुलिस ने कस्‍टमर बन गिरोह के पांच सदस्‍यों को दबोचने में सफलता पाई है। इसमें एक ड्राइवर भी है। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार महिलाएं पलवल, दिल्ली, यूपी के कानपुर और राजस्थान के जयपुर की रहने वाली हैं।

पुलिस अधिकारियों के अनुसार लंबे समय से इस गिरोह की जानकारी मिल रही थी। इस गिरोह का संचालन महिलाएं कर रही थी और ये इतनी शातिर थी कि कभी भी एक जगह नहीं रूकती थी। इसलिए इन्‍हें पकड़ने के लिए ट्रैप लगाया गया। एक पुलिसकर्मी ने खुद कस्टमर बनकर कॉल किया। फोन पर बात करने वाले युवक ने तीन लड़कियों की फोटो भेजकर सिलेक्ट करने को कहा। इसके बाद इस गिरोह को चलाने वाली आरोपी महिला तीन युवतियों के साथ कार में आई। पुलिसकर्मी ने इन्‍हें कस्टमर बनकर पैसे दिए और पहले से इंतजार कर रही टीम को इशारा कर दिया। जिसके बाद सभी को दबोच लिया था।

 पांच माह से चल रहा था यह गंदा धंधा  

थाना एनआईटी प्रभारी सुनीता ने बताया कि यह कार्रवाई क्राइम ब्रांच टीम के साथ मिलकर किया गया। इस सेक्‍स रैकेट की जानकारी मिलने के बाद मुख्य सिपाही जवाहर ने कस्‍टमर बनकर एक आरोपी से बात की। आरोपी ने लड़की भेजने के लिए एक होटल के पास पहुंचने के लिए कहा। सादे कपड़े में सिपाही के वहां पहुंचने के कुछ समय बाद एक कार आकर रूकी और उसमें बैठे शख्स ने फोन कर मुख्य सिपाही को अपने पास बुलाया और 6000 रुपये देने की बाद कही। जिसके बाद सिपाही ने 2000 के 3 नोट सामने वाली सीट पर बैठी महिला को थमा दिए। इसके बाद मुख्य सिपाही ने टीम को इशारा कर दिया और टीम ने ड्राइवर प्रेम सहित 4 महिलाओं को काबू कर लिया। आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि ये गिरोह पिछले 5 माह से वेश्यावृति का धंधा कर रहा था। ये गिरोह अपने ग्राहकों से फोन पर ही संपर्क करता था।