भोपाल । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नर सेवा ही नारायण सेवा है।

पीड़ित व्यक्ति की सेवा भगवान की सेवा के समान है। बीमार व्यक्ति की सेवा सर्वोपरि है।

स्व. श्री कैलाश प्रसून सारंग फाउंडेशन द्वारा आयोजित चिकित्सा शिविर में जिस प्रकार गरीब, वंचितों सहित सभी के लिए जाँच और इलाज की व्यवस्था की गई है, वह वंदनीय है। मुख्यमंत्री श्री चौहान स्व. कैलाश प्रसून सारंग फाउंडेशन द्वारा अशोका गार्डन भोपाल में आयोजित चिकित्सा शिविर को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि शिविर से अपने शहर में ही अत्याधुनिक मशीनों से जाँच और देश के विशेषज्ञ डॉक्टरों से इलाज की सुविधा मिली है। यह शिविर पीड़ित व्यक्तियों को महंगे इलाज के तनाव से मुक्ति प्रदान करने में कारगर सिद्ध होगा। शिविर में सभी आवश्यक व्यवस्था और जनता की सुविधा का ध्यान रखा गया है। यह शिविर माइक्रो प्लानिंग का अनूठा उदाहरण है। विशेषज्ञों तथा पैरामेडिकल स्टाफ का स्नेहपूर्ण व्यवहार प्रशंसनीय है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शिविर में अपनी सेवाएँ देने आए मणिपाल अस्पताल नई दिल्ली के हार्ट सर्जन डॉ. युगल मिश्र, टाटा कैंसर हॉस्पिटल मुंबई के डॉ. अमित जोशी, बॉम्बे अस्पताल मुंबई के कैंसर विशेषज्ञ डॉ. दिलीप निकाम, टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल के रेडियोलॉजिस्ट डॉ. सुयश कुलकर्णी, जे.जे. अस्पताल मुंबई के डॉ. अशोक आनंद, बॉम्बे हॉस्पिटल के किडनी विशेषज्ञ डॉ. श्रीरंग बिचु, इंदौर के डॉ. मोहित भंडारी तथा इंदौर के कैंसर विशेषज्ञ डॉ. राकेश तारण आदि का सम्मान किया।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शिविर में पंजीयन एवं प्रवेश केंद्र, पैथोलॉजी सैंपल कलेक्शन केंद्र, ओपीडी, नि:शुल्क दवा वितरण केंद्र, गांधी चिकित्सा महाविद्यालय द्वारा लगाए गए स्टॉल, चिरायु मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल भोपाल तथा श्री अरबिंदो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस इंदौर के स्टालों और सिकल सेल एनीमिया जाँच एवं परामर्श केंद्र तथा नि:शुल्क दवा वितरण केंद्र का अवलोकन किया।

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोरोना संकट के समय क्राइसिस मैनेजमेंट के लिए जन-भागीदारी का मॉडल प्रस्तुत किया। इसमें सरकार ने कोरोना के विरूद्ध लड़ाई समाज के साथ मिलकर लड़ी। मुख्यमंत्री श्री चौहान के इस प्रकल्प को लेकर ही स्व. कैलाश प्रसून सारंग फाउंडेशन द्वारा स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया है। केवल सरकार ही हर कार्य नहीं कर सकती, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में समाज की भागीदारी जरूरी है। इसविचार से आयोजित शिविर में चिकित्सकों, स्वास्थ्य संस्थाओं का हरसंभव सहयोग प्राप्त हुआ है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सारंग ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान को मंत्री श्री सारंग ने प्रतीक चिन्ह भेंट किया।