ग्वालियर। थाना डबरा क्षेत्र के व्यस्ततम ठाकुर बाबा रोड पर बीती 22 नवंबर को दिनदहाड़े गल्ला व्यापारी पर गोलियां चलाकर बाइक सवार बदमाश 35 लाख रुपए लूट ले गए थे। लुटेरों ने लूट की सनसनीखेज वारदात को अंजाम उस समय दिया, जब गल्ला व्यापारी अपने सहयोगी के साथ बैंक से 35 लाख रुपए निकालकर घर लौट रहा था। उक्त लूट की वारदात को गंभीरता से लेते हुए अति. पुलिस महानिदेशक/पुलिस महानिरीक्षक ग्वालियर जोन डी.श्री निवास वर्मा एवं पुलिस अधीक्षक ग्वालियर अमित सांघी द्वारा घटना स्थल पर जाकर जायजा लिया और उक्त लूट की घटना का शीघ्र पर्दाफाश कर लुटेरों की गिरफ्तारी हेतु अति. पुलिस अधीक्षक शहर (पूर्व/अपराध) राजेश डण्डोतिया एवं अति. पुलिस अधीक्षक ग्रामीण जयराज कुबेर को टीमें बनाकर कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया। उक्त लूट की घटना के शीघ्र खुलासे हेतु पुलिस अधिकारियों के मार्गदर्शन में क्राईम ब्रांच सहित पुलिस की एक दर्जन टीमें बनाई गई।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशों के परिपालन में सीएसपी मुरार/डीएसपी अपराध ऋषिकेश मीणा, सीएसपी लश्कर सियाज के.एम., एसडीओपी डबरा विवेक कुमार शर्मा के निर्देशन में क्राईम ब्रांच व थाना डबरा पुलिस सहित देहात क्षेत्र के थानों की पुलिस टीमों के लगभग 150 पुलिस कर्मियों को उक्त लूट की घटना का पर्दाफाश करने हेतु लगाया गया। पुलिस टीमों द्वारा घटना स्थल के आसपास एवं संपूर्ण डबरा शहर के सभी सीसीटीव्ही फुटेज चेक किये गये तथा टेक्नीकल व सायबर टीमों को भी सक्रिय किया गया। पुलिस अधीक्षक द्वारा घटना दिनांक से डबरा में प्रतिदिन संपूर्ण घटनाक्रम पर सत्त संपर्क रखते हुए जांच में लगी हुई टीमों को लगातार दिषा निर्देष दिये गये। लूट की घटना की पतासाजी हेतु पूर्व के आपराधिक रिकाॅर्ड व जेल से रिहा हुए करीब 100 लुटेरों की भी तस्दीक की गई। घटना स्थल के आसपास के सीसीटीव्ही फुटेज में दिख रहे मोटर सायकिल सवार बदमाशों की तस्दीक हेतु मुखबिर तंत्र भी मामूर किये गये। तीन राज्यों में पुलिस टीमें गई और सैकड़ों किलोमीटर तक 500 से अधिक सीसीटीव्ही कैमरों के फुटेज तलासे गये और 6 दिन का बैकअप देखा गया। अंततः मेहनत रंग लाई और उक्त लूट की घटना में वांछित 8 अपराधी चिन्हित हो गये। उक्त संपूर्ण लूट के घटनाक्रम को बदमाषों द्वारा पूरी योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया। व्यापारी के बैंक जाने की सूचना लुटेरों को डबरा के ही एक अन्य व्यापारी के मुनीम द्वारा दी गई थी तब लूटेरों द्वारा ग्वालियर के बीएसएफ काॅलोनी से एक मोटर सायिकल चोरी कर उसकी नम्बर प्लेट हटाकर घटना के तीन दिन पूर्व से उक्त व्यापारी की बैंक से घर तक रैकी की गई। घटना दिनांक को एक अपाचे मोटर सायकिल पर तीन लुटेरों ने दिनदहाड़े इस दुस्साहसिक घटना को अंजाम दिया जिसमें बैंक से घटना स्थल तक इनके पांच अन्य साथियों द्वारा उक्त लूट की घटना कारित कराने में सहयोग किया। 
लगातार सात दिन तक सभी पुलिस टीमों द्वारा कमरतोड़ की गई मेहनत रंग लाई और सीसीटीव्ही फुटेज के आधार पर सर्वप्रथम रैकी करने वाले बदमाश चिन्हित किये। जिन्हे पुलिस टीमों द्वारा विभिन्न स्थानों से पकड़ा जाकर पूछताछ की गई तो उनके द्वारा संपूर्ण घटना का खुलासा किया गया तथा गिरफ्तार चार आरोपियों की निशानदेही पर घटना में लूटे गये रूपयों मेें से 7 लाख रूपये तथा घटना में प्रयुक्त चार मोटर सायकिलों में से एक मोटर सायकिल जप्त की गई है। ज्ञात हुआ है कि घटना में प्रयुक्त चार में से तीन मोटर सायकिल लुटेरों द्वारा योजनाबद्ध तरीके से चोरी कर इस्तेमाल की गई थी। पकड़े गये चार बदमाषों में से दो को टेकनपुर के पास से, तथा रैकी करने वाले मुनीम को डबरा से एवं एक अन्य को झांसी से पकड़ा गया। पकड़े गये बदमाशों से पुलिस टीम द्वारा उनके फरार शेष साथियों व लूटी गई रकम के संबंध में विस्तृत पूछताछ की जा रही है। पुलिस टीमे फरार आरोपियों की तलाष में प्रदेश के अन्य जिलों तथा सीमावर्ती प्रदेशों में लगातार दबिस दे रही है। शीघ्र ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लूटा गया संपूर्ण माल बरामद कर लिया जायेगा।
 
सराहनीय भूमिका:- उक्त लूट की घटना का पर्दाफाश कर आरोपियों को गिरफ्तार करने में थाना प्रभारी क्राईम ब्रांच निरीक्षक दामोदर गुप्ता, थाना प्रभारी डबरा शहर निरीक्षक विनायक शुक्ला, थाना प्रभारी बिलौआ निरीक्षक रमेश शाक्य, थाना प्रभारी आंतरी दीपक भदौरिया, थाना प्रभारी गिजौर्रा सुमन पालिया, थाना प्रभारी आरोन शत्रुघन मिश्रा, क्राईम ब्रांच टीम- उप निरीक्षक शैलेंद्र शर्मा, राहुल अहिरवार, अमित शर्मा, सउनि राजकुमार राजावत, दिनेश तोमर, राजीव सोलंकी, जितेंद्र शर्मा, प्र.आर. भगवती सोलंकी, जितेंद्र बरैया, मुकेश चैहान, दिनेश कुशवाह, मनोज एस, विकास बाबू, अनिल गुप्ता, रामबाबू सिंह, महिला प्र.आर. अर्चना कंसाना, आरक्षक रणवीर शर्मा, अभिषेक तोमर, रुपेश शर्मा, प्रमोद शर्मा, सुमित शर्मा, विद्याचरण शर्मा, विकास तोमर, रणवीर यादव, पवन झा, राहुल यादव, सोनू परिहार, योगेंद्र तोमर, गौरव आर्य, अरुण पवैया, श्याम शर्मा, भानु प्रताप कुशवाह, रामवीर सिंह, नवीन पाराशर, रोहित अहिरवार, देवेश कुमार, प्रदीप यादव, चा.आरक्षक राजकुमार जाट साइबर टीम- उनि हरेंद्र राजपूत, धर्मेंद्र शर्मा, आरक्षक ओमशंकर सोनी, शिवशंकर शर्मा, सुमित भदौरिया, आरक्षक हेमंत चैहान, संतोष वर्मा, मनोज कुमार, अजय सिंह राठौर, उपनिरीक्षक रजनी सिंह, प्र.आर0 कृष्णपाल सिंह यादव, संजय जादौन, आरक्षक जैनेन्द्र सिंह गुर्जर, आकाश पांडे, कपिल पाठक डबरा सर्किल टीम- उनि देवेन्द्र लोधी, संजू यादव, राहुल तिवारी, विकास राठौर, रवि लोधी, प्र.आर. मोहर सिंह, प्र.आर. जितेन्द्र तिवारी, गजेन्द्र गुर्जर, आरक्षक रामवरन लोधी, अभिनाश पटसारिया, कौषलेन्द्र सिंह, राकेश रावत, कार्तिकेय, अनिल वर्मा, अजय, धीरेन्द्र अन्य पुलिस टीम- आर. भीकम सिकरवार, गोविन्द्र, राहुल दुबे, राजीव शुक्ला, कुंजबिहारी, विजय बघेल, कुलदीप तोमर की सराहनीय भूमिका रही। इसके अतिरिक्त जिले के सभी राजपत्रित अधिकारियों एवं थाना प्रभारियों द्वारा भी उक्त लूट के पर्दाफाश में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।