नई दिल्ली । संसद पर आतंकी हमले की बरसी के दिन बुधवार को सुरक्षा में सेंधमारी की बड़ी घटना सामने आई। दरअसल, लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से दो लोग सदन के अंदर कूद गए। उन्होंने नारेबाजी की और ‘केन’ के जरिये पीले रंग का धुआं फैला दिया। घटना के तत्काल बाद दोनों को पकड़ लिया गया। इस घटना के कुछ देर बाद ही पीले और लाल रंग का धुआं छोड़ने वाली ‘केन’ लेकर संसद भवन के बाहर प्रदर्शन करने वाले एक पुरुष और एक महिला को गिरफ्तार किया गया। आइए जानते हैं इन चारों आरोपियों के बारे में

नीलम किसान आंदोलन में हुई थी शामिल कांग्रेस का प्रचार करते वीडियो भी वायरल
संसद के बाहर से गिरफ्तार 42 साल की नीलम के पास कई डिग्रियां हैं। वह किसान आंदोलन से लेकर दूसरे धरने व प्रदर्शनों में भी काफी सक्रिय रहती है। प्रगतिशील आजाद युवा संगठन की संस्थापक है। कांग्रेस का प्रचार करते उसका वीडियो भी वायरल हो गया है। उचाना के गांव घसो खुर्द की नीलम हरियाणा सिविल सर्विसेज की तैयारी के लिए हिसार में रह रही थी। 25 नवंबर को घर से पीजी के लिए निकली थी। मां सरस्वती ने बताया कि उन्हें नहीं पता था कि वह दिल्ली गई हुई है।

जींद में रहने वाले छोटे भाई रामनरेश ने बताया कि वह नेट क्वालीफाई कर चुकी है। उसने बीए, एमए, बीएड, एमएड, एसटेट, सीटेट, एमफिल भी किया है। रामनरेश ने कहा, उन्हें लगता था कि वह हिसार में है। नीलम किसान आंदोलन में भी हिस्सा लेने गई थी। कुछ वक्त पहले ही दिल्ली में टीजीटी इंटरव्यू के लिए नीलम को लेकर गए थे, लेकिन नौकरी नहीं मिली। संसद की घटना के बारे में बड़े भाई ने फोन पर बताया। नीलम के पिता हलवाई हैं। रामनरेश व उसके भाई दूध का काम करते हैं।

हमें दबा रही सरकार
पुलिस की गिरफ्त में लिए जाने के बाद नीलम ने पत्रकारों से कहा, सरकार हमें दबा रही है। जब हम अपने अधिकार के लिए आवाज उठाते हैं तो हमें पीटा जाता है और जेल में डाल दिया जाता है। हम किसी संगठन से नहीं जुड़े हैं।

इंजीनियर है मनोरंजन; किसान पिता बोले- बेटा गलत है तो फांसी दे दो
मनोरंजन डी (35) इंजीनियर है और अविवाहित है। पिता देवराज किसान हैं। उन्होंने मीडिया से कहा, अगर मनोरंजन ने कुछ गलत किया है, तो वो मेरा बेटा नहीं है, उसे फांसी दे दो। लेकिन, मैं कहता हूं कि वह अच्छा लड़का है। मुझे नहीं पता था कि वह दिल्ली में है। वह कॉलेज के दिनों में छात्र नेता रहा है, पर किस विचारधारा की ओर झुकाव है, मैं नहीं जानता।

देवराज ने कहा, मैं सदमे में हूं, इस घटना की निंदा करता हूं, किसी को भी ऐसा नहीं करना चाहिए। चार दिन पहले मनोरंजन बंगलूरू के लिए घर से निकला था। उन्हें दिल्ली की घटना की जानकारी मित्रों व रिश्तेदारों ने दी। देवराज ने कहा, मनोरंजन बंगलूरू में आईटी कंपनी के लिए काम कर चुका है। अक्सर दिल्ली व बंगलूरू भी जाता था। कई तरह की किताबें पढ़ता था, खासतौर पर स्वामी विवेकानंद के लेखन को पसंद करता था। सांसद प्रताप सिम्हा से संपर्क के बारे में उन्होंने कहा, मनोरंजन और प्रताप में अच्छे संबंध हैं।

ई-रिक्शा चलाता है सागर, मां बोलीं-प्रदर्शन में शामिल होने गया था
संसद की सुरक्षा भेदने वाला सागर शर्मा लखनऊ में आलमबाग के रामनगर इलाके का रहने वाला है। वह ई-रिक्शा चलाता था। वारदात के कुछ ही घंटे बाद दिल्ली पुलिस से मिले इनपुट के आधार पर लखनऊ पुलिस ने उसके घर पहुंचकर पूछताछ शुरू की।

सागर दो साल तक बंगलूरू में भी रहा। आशंका है कि उसी दौरान वह साजिश में शामिल हुआ। बंगलूरू कनेक्शन अहम है। सागर मूलरूप से उन्नाव के सोहरामऊ का रहने वाला है। उसकी मां रानी शर्मा ने बताया कि पति रोशनलाल शर्मा कारपेंटर हैं। एक बेटा और भी है। वे 15 साल से वहां रह रहे हैं। उन्होंने बताया, रविवार को सागर घर से प्रदर्शन में शामिल होने की बात कहकर गया था। कहा था, दोस्तों के साथ जा रहा हूं, कुछ काम है।

सागर 12वीं पास है। मंगलवार को उससे बात हुई थी, पर बुधवार को बात नहीं हुई। परिजनों का दावा है, उन्हें ये नहीं पता कि आखिर सागर बंगलूरू में करता क्या था?

मजदूर मां-बाप का बेटा अमोल सेना में भर्ती की बात कही थी
अमोल शिंदे (25) को संसद के सामने ट्रांसपोर्ट भवन के बाहर से गिरफ्तार किया गया। वह महाराष्ट्र के लातूर के जरी का रहने वाला है। माता-पिता व दो अन्य भाई मजदूरी करते हैं। खुद अमोल सेना भर्ती की तैयारी कर रहा है। खर्च चलाने के लिए वह भी मजदूरी करता है। नौ दिसंबर को वह सेना भर्ती की बात कहकर घर से निकला था। पहले भी इस तरह जा चुका था, इसलिए माता-पिता ने संदेह नहीं किया।

ललित के बारे में जानकारी नहीं
छठे फरार आरोपी ललित झा के बारे में पुलिस को खास जानकारी नहीं है। बताया जा रहा है कि वह भी हरियाणा का ही रहने वाला है। हालांकि मूल रूप से उसके बिहार से होने की आशंका है।