ग्वालियर। कलेक्ट्रेट में एसडीएम संजीव खेमरिया के दफ्तर में कार्यरत बाबू रविन्द्र सिंह को आरएनआई रजिस्ट्रेशन की फाइल जल्दी ओके कराने के नाम पर 900 रुपए की रिश्वत लेते लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथों पकड़ा है। आरोपी बाबू के खिलाफ लोकायुक्त पुलिस ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया है। 
सौरभ (सुमेर सिंह का बाड़ा निवासी) की शिकायत के आधार पर लोकायुक्त पुलिस ने बुधवार को कलेक्ट्रेट के बाबू को 900 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। सौरभ से बाबू ने आरएनआई रजिस्ट्रेशन के लिए एक हजार रुपए की मांग की थी, हालांकि 900 रुपए में सौदा तय हो गया था। इसकी जानकारी सौरभ ने लोकायुक्त पुलिस को दी। इसी आधार पर लोकायुक्त की टीम ने कलेक्ट्रेट में कार्यरत बाबू रविन्द्र सिंह की घेराबंदी की। उसने जैसे ही सौरभ से रिश्वत के रुपए हाथ में लिए उसे पकड़ लिया गया। पकड़ने के बाद लोकायुक्त पुलिस ने उससे काफी देर तक पूछताछ की।
लोकायुक्त पुलिस ने जैसे ही बाबू रविन्द्र सिंह को ट्रैप किया है वह दफ्तर में फिर अपना सिर नहीं उठा पाया। लोकायुक्त की टीम जब पूछताछ कर रही थी तो वह सिर छुकाकर ही बैठा रहा। इससे पहले सौरभ ने रविन्द्र सिंह के साथ हुई बातचीत की डिवाइस लोकायुक्त टीम को सौंप दी थी। मामले में एसडीएम संजीव खेमरिया का कहना है कि बाबू ने अगर रिश्वत ली है तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

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