नई दिल्ली केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक बार फिर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला बोला है। अडानी प्रकरण में सवाल उठाए जाने से खफा सिंधिया ने राहुल गांधी पर तीन सवाल दागे हैं। उन्होंने पूछा है कि बेबुनियाद आरोप लगाने और मुख्य मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के बजाय तीन प्रश्नों का उत्तर क्यों नहीं देते? सिंधिया ने राहुल को अहंकार और देश सेवक का अपमान करने वाला बताया। सिंधिया ने तंज भी किया कि अब आप एक ट्रोल तक सीमित हो चुके हैं। दरअसल, यह टिप्पणी राहुल गांधी द्वारा अडानी मामले से नाम जोड़े जाने के बाद आई है।
भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राहुल गांधी पर तीन सवाल दागे हैं। दो दिन पहले राहुल गांधी ने अडानी प्रकरण पर गुलाम नबी आजाद, हिमंत बिस्वा सरमा के अलावा सिंधिया को भी निशाने पर लिया था। राहुल ने कहा था कि सच्चाई छुपाते हैं, इसलिए रोज भटकाते हैं। इस मामले में हिमंता भी राहुल गांधी को कोर्ट में जाने की धमकी दे चुके हैं। इस बार सिंधिया ने निशाना साधा है।
राहुल ने ऐसा क्या किया, हंगामा बरपा है
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अडानी के नाम के साथ नेताओं के नाम की एक तस्वीर ट्वीट करते हुए कहा था, सच्चाई छुपाते हैं, इसलिए रोज़ भटकाते हैं! सवाल वही है -अडानी की कंपनियों में 20,000 करोड़ रुपये का बेनामी धन किसका है? उन्होंने अपने ट्वीट में गुलाम नबी आजाद, सिंधिया, हिमंत विश्व सरमा, किरण कुमार रेड्डी और अनिल के. एंटनी के नामों का हवाला दिया था। गांधी के ट्वीट में उल्लिखित अन्य नेताओं ने भी उन पर हमला किया। हिमंत विश्व सरमा ने कहा कि वह कांग्रेस नेता के खिलाफ मानहानि का मामला दायर करेंगे।
सिंधिया ने पहले भी किए हमले
इससे पहले भी सिंधिया ने कांग्रेस पर हमला बोला था। केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि इस पार्टी ने पिछड़े वर्गों का अपमान किया है और हमारे सशस्त्र बलों की बहादुरी का सबूत मांगा है. सिंधिया जिन्हें कभी राहुल गांधी का करीबी माना जाता था, उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व के साथ मतभेद के बाद पार्टी छोड़ दी और 2020 में भाजपा में शामिल हो गए थे।
सिंधिया के तीन सवाल
सिंधिया ने राहुल गांधी पर बेबुनियाद आरोप लगाने और लोगों का मुद्दों से ध्यान भटकाने का आरोप लगाया है। कहा कि स्पष्ट है कि अब आप एक ट्रोल तक सीमित हो चुके हैं। मुझ पर बेबुनियाद आरोप लगाने, और मुख्य मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के बजाय, इन तीन प्रश्नों का जवाब क्यों नहीं देते?
पहला सवाल- पिछड़े वर्ग को लेकर अपने अपमानजनक बयान के लिए माफ़ी क्यों नहीं मांगते? उल्टा कहते हैं कि आप सावरकर जी नहीं हैं, माफ़ी नहीं माँगेंगे! देश सेवक का अपमान और इतना अहंकार!!
दूसरा- जिस न्यायालय पर कांग्रेस ने सदैव ऊँगली उठाई, आज अपने स्वार्थ हेतु उस पर दबाव क्यों बना रहे हैं?
तीसरा- आपके लिए नियम अलग क्यों हों? अपने आप को क्या आप फर्स्ट क्लास नागरिक मानते हैं?
आप अहंकार में इस कदर ग्रस्त है कि शायद इन सवालों की महत्ता भी आपकी समझ से परे है।