ग्वालियर । ग्वालियर, नगरनिगम के अफसरों ने निजी स्वार्थो की खातिर सरकारी खजाने का लाखों को चूना लगा दिया। बडा घोटाला खुलने से नगरनिगम अफसरों में खलबली मची हुई है ।

शहर में मौजूद 48 शौचालय पर विज्ञापन करने के लिए दीपक एडवाइजर्स एजेंसी ने टैंडर लिया था। टैंडर के 18 महीने मेें 16 हजार वर्गफुट विज्ञापन एजेंसी ने अनधिकृत रूप से लगाकर निगम के खजाने को लगभग 41 लाख रुपए की क्षति पहुंचाई। निगम अधिकारियों ने इस शुल्क को घटाकर 18 लाख रुपए कर दिया। 36 महीनों के लिए दिए गए काम में से सिर्फ 18 महीने की रिकवरी निकाली और राशि जमा करवा दी। जांच में टैंडर अवधि के 20 महीनों को गुम कर दिया। अधिकारियों की समिति ने रिकवरी का आकलन में लिखा है कि एजेंसी ने 38 होर्डिंग लगाए और फिर उतार लिए, फिर लगा दिए गए और फिर दिनों का अंतर कम करके राशि घटा दी। इस तरह से दिन घटाने का कोई नियम नहीं है।

शिकायत के बाद संभागायुक्त हुए सक्रिय
शिकायत के बाद संभागायुक्त और प्रशासक आशीष सक्सेना ने एडवर्टाइजिंग एजेंसी को स्पष्ट निर्देश दिए हैं। नगर निगम की इस अनियमितता को लेकर जबलपुर एडवर्टाइजिंग एसोसिएशन द्वारा शिकायत की जा चुकी है। नगर निगम ने 4 फरवरी को एडवर्टाइजिंग एजेंसी के अनुबंध को बहाल करने का पत्र लिखा है। जबकि इसका टैंडर जबलपुर की सुपीरियर एडवर्टाइजिंग एजेंसी ने 1.48 करोड़ रुपए का लिया हैं, इस एजेंंसी को पैसे जमा करवाने थे, लेकिन कंपनी से पैसे जमा न करवाकर पुरानी एजेंसी को ही काम करने का पत्र दिया गया है।