रयागराज . 2025 से पहले गांव-मोहल्ले में आरएसएस अपनी पैठ और मजबूत करेगा, जिसके तहत वह अब महिलाओं को भी जागृत करेगा. संघ ने 2025 तक मोहल्लों और बस्तियों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा है. शाखाओं और स्वयंसेवकों की संख्या भी बढ़ाने के लिए योजना बनाई गई है. मातृ सेविका समिति की विभाग शारीरिक प्रमुख मोनी डे ने बताया कि सुषुप्त शक्ति जागरण अभियान के तहत मातृ शक्तियों को भी जागृत किया जा रहा है.

संगम नगरी और आसपास के जिलों में प्रांत कार्यवाहक माया पांडे, प्रांत संपर्क प्रमुख देवयानी, प्रांत प्रचार प्रमुख रिचा नारायण, विभाग कार्यवाही का बंदना, संपर्क प्रमुख मंजू दरबारी आदि इस दिशा में प्रयासरत हैं. प्रयाग में कुल 19 शाखाएं काम कर रही हैं. इन के माध्यम से अब तक 1000 से अधिक लोगों को सक्रिय किया गया है.

मोहन भागवत ने पुराने स्वयंसेवकों को जोड़ने का दिया निर्देश
बता दें कि प्रयागराज में अक्टूबर में हुई अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक में संघ प्रमुख डॉक्टर मोहन भागवत ने अधिक से अधिक पुराने स्वयंसेवकों तक पहुंचने का लक्ष्य दिया था. कार्यक्रम में कहा गया कि मातृ शक्तियों को भी संगठन से जुड़ा जाए. कुटुंब प्रबोधन परिवार शाखा में उनकी भूमिका बढ़ाई जाए.

अधिक से अधिक लोगों को संघ से जोड़ने का प्रयास
योजना के अनुसार देश भर में सभी शाखा क्षेत्रों में संघ के पदाधिकारी पुराने स्वयंसेवकों से भी संपर्क कर रहे हैं, जो संघ के हितैषी हैं लेकिन शाखाओं में नहीं आते हैं. उन्हें शाखा तक लाने का प्रयास भी किया जा रहा है. सभी को संगठन की छह आयामों जोड़ा जा रहा है. सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, ग्राम विकास, गोसेवा, धर्म जागरण और पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित किया जा रहा है.