सागर ।  मध्यप्रदेश और देश के विभिन्न राज्यों में  जैन मंदिरों में तोड़फोड़ और जैन मुनियों पर हमले की घटनाओं पर सागर की जैन समाज ने चिंता जताते हुए दोषियों पर कार्यवाई की मांग की है। आज सकल दिगम्बर जैन समाज सागर के प्रतिनिधि मंडल ने  राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री ,गृहमंत्री ,अल्पसंख्क आयोग ,मुख्यमंत्री गुजरात ,मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश, मुख्यमंत्री झारखंड के नाम से ज्ञापन  कलेक्टर महोदय सागर को  सौपा हैं। जिसमें विभिन्न घटनाओं का जिक्र करते हुए मांग की गई है। 

इन मामलों में जताई चिंता

▪️ मुबई के विले पार्ले पूर्व में सिथित 1008 पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर’ को, जो 30 वर्षों से अधिक समय से जैन श्रद्दालुओं का पवित्र तीर्थ रहा है, को महानगरपालिका (बीएमसी) ने 16 अप्रैल 2025 को क्ररता से ‘ध्वस्त कर दिया। यह घटना केवल एक मंदिर का विध्वंस नहीं, ‘बल्कि लाखों जैन श्रद्दालुओं की आस्था, उनके विश्वास और उनकी आत्मा पर प्रहार है। जैसा कि संज्ञान में आया है कि यह विध्वंस एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा है, जिसका उदे्य एक होटल समूह को अनुचित लाभ पहुंचाना था। जब जैन समाज ने इस अन्याय के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध किया, तो पुलिस ने न केवल उनकी आवाज को दबाया, बल्कि हमारी श्राविकाjओं के साथ अभद्र व्यवहार और हाथापाई की। हमारे पवित्र धार्मिक ग्रंथों को सड़कों पर फेंक विया गया और हमारे पूज्य तीर्थकरों की मूर्तियों का अपमान किया गया, जिनका जीवन त्याग, अहिंसा और करुणा का सर्वोच्च प्रतीक है। इस घटना के वीडियो और चित्र पूरे देश में वायरल हो रहे हैं, और प्रत्येक जैन हृदय दुख, क्रोध और निराशा से कराह रहा है। 

▪️नीमच में विश्राम कर रहे जैन साधुओं पर जानलेवा हमला कर उन्हें लहू लोहान कर दिया गया

 ▪️ जबलपुर में एक पार्टी के दो लोगों का ऑडियो जारी हुआ जिसमें उनके द्वारा जैन धर्म के बारे में अपशब्द कहे गए एवं जैन व्यक्तियों की तुलना रावण और मुसलमान से की गई उनके खिलाफ कार्यवाही करते हुए उन्हें तत्काल पार्टी के पदों से बर्खास्त किया जाए। 

▪️ रांची में पद विहार करते हुए जैन साध्वियों एवं जैन अनुयायियों का रोड दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होना दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए एवं पद बिहार कर रहे जैन साधु एवं साध्वियों के लिए पूरे भारत में पुलिस बल प्रदान किया जाए। 

▪️ कुछ माह पूर्व सागर मध्य प्रदेश में जैन मंदिरों पर रात्रि के समय पथराव एवं तोड़फोड़ की गई सोशल मीडिया पर कई लोगों द्वारा जैन धर्म जैन मुनियों एवं जैन समाज के प्रति अपशब्द कहे गए एवं गालियां दी गई उन व्यक्तियों द्वारा जैन धर्म के विरुद्ध  घृणा एवं वैमनस्य फैलाया गया दोषी व्यक्तियों पर सक्त से सख्त कार्यवाही की जाए। 

▪️ श्री गिरनार जी सिद्ध क्षेत्र गुजरात में जैन क्षेत्र पर अन्य व्यक्तियों द्वारा कब्जा करना एवं जैन व्यक्तियों को वहां पूजन अर्जन नहीं करने देना। 

▪️गोम्मटगिरी क्षेत्र इंदौर पर जैन मंदिर की जमीन पर अनाधिकृत कब्जा करना

▪️ शिखरजी सिद्ध क्षेत्र गिरिडीह झारखंड में जैन समाज को उनके पवित्र धार्मिक स्थल शिखरजी पर उनका पूर्ण अधिकार दिलाना

▪️चंडीगढ़ अंबाला में जैन मुनि के पद बिहार करने पर विरोध करने वालों पर कार्यवाही करना

▪️ शत्रुंजय सिद्ध क्षेत्र पालीताना में गिरिराज पर अवैध अतिक्रमण एवं गुंडागर्दी करने वाले के विरुद्ध कार्रवाई कर जैन समाज के क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त करना अतिक्रमण करने वाले मना भरभांड के खिलाफ कार्रवाई कराना 

ज्ञापन में लिखा कि  एक ओर आपके नेतृत्व में हमारी सांस्कृतिक विरासत का गौरव बढ़ रहा है वहीं दूसरी ओर अल्पसंख्यक शांति प्रिय जैन समाज पर इस प्रकार के अत्याचार किए जा रहे हैं यह विरोधाभास मेरे हृदय को कचोट रहा है। प्रधानमंत्री जीआप हमारी आशा और विश्वास के केंद्र हैं। हम आपसे करबद्ध प्रार्थना करते हैं कि इन अमानवीय कृत्य को गंभीरता से लेनें की कृपा करें और ‘कार्यवाहियों का निर्देश देकर जैन समाज के आहत हृदय को न्याय और सांत्वना प्रदान करें।

इनकी रखी मांग

 ज्ञापन में दोषी अधिकारियों का तत्काल निलंबन और उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई ।

▪️मंदिर के पुनर्नि्माण हेतु त्वरित और प्रभावी कदम उठाया जाए 

▪️ जानलेवा हमला करने वालों पर सख्त से सक्त कारवाही की जाए 

▪️ जैन समाज पर अभद्र टिप्पणी करने वाले नेताओं को पार्टी से बर्खास्त किया जाए 

▪️ साध्वियों को रोड एक्सीडेंट में गंभीर रूप से घायल करने वाले व्यक्तियों पर करवाई 

▪️ जैन समाज पर अभद्र टिप्पणी करने वाले एवं जैन समाज के विरुद्ध सोशल मीडिया के माध्यम से घृणा  एवं वैमनस्य फैलाने वाले लोगों पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए

▪️ गिरनार जी क्षेत्र पर जैन समाज को पूर्ण अधिकार दिया जाए एवं उन्हें पूजन अर्जन करने के लिए पुलिस बल की सुरक्षा प्रदान की जाए

▪️ गोम्मटगिरी क्षेत्र इंदौर से अनाधिकृत कब्ज हटवाया जाए

▪️ शिखरजी सिद्ध क्षेत्र को जैन समाज कपावित स्थल घोषित कर अन्य समाज का प्रवेश वर्जित करना

▪️ अम्बाला में जैन मुनि विरोधी लोगों पर कार्यवाही करना

▪️ शत्रुंजय सिद्ध क्षेत्र पालीताना में गिरिराज पर अवैध  अतिक्रमण मुक्त कराना 

▪️ अनूप मंडल द्वारा जैन समाज एवं जैन धर्म को को निशाना बनाना किसी भी प्राकृतिक आपदा को जैन धर्म की क्रिया बताना और जैन साधुओं पर जानलेवा हमला करना

▪️ साधुओं के बिहार हेतु राष्ट्रीय और राज्य मार्ग पर एक सफेद रंग पट्टी बनाई जाए जो साधुओं के विहार मार्ग कहलाए

▪️आजाद भारत देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि किसी जैन साधु की हत्या कर दी (कर्नाटक में मुनि कम कुमार नंदी जी की हत्या होना) गई इस तरह के कृत्य पर तथा संतों के बचाव हेतु विशेष कानून बनाया जाए।

▪️प्राचीन जैन मंदिर जो कि पुरातत्व के  अंतर्गत  आते हैं उनके रख रखाव हो या जैन समाज पूजन के लिए सौंप दिया जाए जिस से उनका संरक्षण हो सके अनादर न हो और भारतीय पूरा संपदा संरक्षित भी रहे।

▪️ उत्तर प्रदेश बागपत में लकड़ी के पुल ढह जाने से 10 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी राज्य सरकार द्वारा कुंभ में हुई लोगों की जान माल की हानि पर मुआवजा दिया गया पर जैनियों को कोई मुआवजा नहीं दिया गया अल्पसंख्यक जैन समाज के साथ भी समान व्यवहार होना चाहिए।

ये रहे शामिल

ज्ञापन देने वालों में पूर्व विधायक सुनील जैन  चक्रेश सिंघई (पूर्व पार्षद), विनीत ताले वाले , कमलेश जैन धन्नू ,अनिल जैन नैनधरा ,सुमित मोदी ,आलोक जैन ,मोनू जैन, संदीप बहेरिया,राजीव जैन ,प्रसन्न जैन,प्रदीप प्रियंका, नेमी चंद मामा जी आदि शामिल है।