वृंदावन। संत प्रेमानंद की रात दो बजे निकलने वाली पदयात्रा में शोर शराब होने के कारण जिस कॉलोनी एनआरआई ग्रीन के लोगों ने पदयात्रा स्थगित करने का अनुरोध किया था, संत ने उस कॉलोनी के सामने से गुजरना ही बंद कर दिया। अब सुबह चार बजे वह कार से अपने आश्रम श्रीराधा केलिकुंज जाते हैं।

पदयात्रा स्थगित होने का असर भी दिख रहा
प्रेमानंद की पदयात्रा स्थगित होने के असर भी पड़ा है। वृंदावन में श्रद्धालुओं की संख्या में पिछले दो दिन में कमी भी देखी गई है। संत प्रेमानंद ने दो दिन पहले छटीकरा मार्ग स्थित श्रीकृष्णशरणम स्थित आवास से रात दो बजे शुरू होने वाली पदयात्रा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी थी। इसे लेकर संत के अनुयायियों में मायूसी छाई है।

कॉलोनी वालों ने दिया था ये हवाला
दरअसल, पदयात्रा के रास्ते में पड़ने वाली कॉलोनी एनआरआई के निवासियों ने संत से अनुरोध किया था कि उनकी पदयात्रा में शोरगुल होता है, ऐसे में नींद उड़़ जाती है, पदयात्रा स्थगित कर दी जाएगी। इसके बाद भीड़ अधिक होने और अपने स्वास्थ्य का हवाला देकर संत ने पदयात्रा स्थगित कर दी। इसका असर वृंदावन में दिख रहा है, दो दिन से यहां आने वाले श्रद्धालुृओं में दस प्रतिशत तक गिरावट देखी जा रही है, रात में उनकी पदयात्रा के दौरान दर्शन के लिए 10 से 12 हजार श्रद्धालु रहते थे, सुबह वह मंदिरों में दर्शन को जाते थे, लेकिन अब पदयात्रा में श्रद्धालु नहीं आ रहे, तो वृंदावन के मंदिरों में भी इसका असर दिखाई दिया।

नहीं गुजर रहे एनआरआई ग्रीन कॉलोनी के सामने से
अब संत ने एनआरआई ग्रीन कॉलोनी के सामने से निकलना भी बंद कर दिया है। शनिवार सुबह समय में बदलाव कर रात दो बजे से सुबह चार बजे कर दिया। और एनआरआई ग्रीन के सामने से न गुजरकर उनका काफिला प्रेम मंदिर के सामने से होकर रमणरेती पुलिस चौकी मोड़ से श्रीराधा केलि कुंज पहुंच रहा है। आश्रम के समीप पहुंचकर जब श्रद्धालुओं की भीड़ देख संत प्रेमानंद कार से उतरते हैं और चंद कदम तक भक्तों को दर्शन देते हुए ही आश्रम पहुंच रहे हैं।

संत प्रेमानंद के प्रवचन बहुत की प्रसिद्ध हैं। भक्त उन्हें ऑनलाइन बहुत ही पसंद करते हैं। क्रिकेटर विराट कोहली अपनी पत्नी अनुष्का और बच्चों सहित संत प्रेमानंद के आश्रम में दो बार आ चुके हैं। वहीं बॉलीवुड सिंगर व अन्य लोग उनके आश्रम में आते हैं।