सहारा ग्रुप के निवेशकों का पैसा नहीं डूबेगा। उनकी एक—एक पाई लौटाई जाएगी। सरकार इसको लेकर प्रतिबद्ध है। देश के 3 करोड़ से ज्यादा निवेशकों ने पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन किया है। उन्हें सिर्फ 5 हजार करोड़ रुपए मिले हैं। निवेशकों का पैसा लौटाने के लिए और पैसों की जरुरत होगी। यह रकम करीब 80 हजार करोड़ रुपए है। इस रकम को हासिल करने और निवेशकों को लौटाने के लिए सरकार फिर से सुप्रीम कोर्ट का रुख करेगी।

यह तमाम जानकारी सहकारिता राज्य मंत्री बीएल वर्मा ने प्रश्नकाल में राज्यसभा में दी। इस खबर के बाद करोड़ों निवेशकों में खुशी की लहर दौड़ गई है। सरकार ने सहारा निवेशकों के लिए एक पोर्टल लॉन्च किया है। जिसमें अपना पैसा वापस पाने के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। 3 करोड़ से ज्यादा निवेशकों ने अपना पैसा वापस पाने के लिए रजिस्ट्रेशन किया है। ये करीब 80 हजार करोड़ रुपए है।

सहकारिता राज्य मंत्री बीएल वर्मा ने राज्यसभा में जानकारी देते हुए कहा कि सरकार की ओर निवेशकों का पैसा लौटाने का प्रोसेस शुरू किया है। उन्होंने बताया कि पैसा लौटाने के लिए सिर्फ 5 हजार करोड़ रुपया मिला है। सभी निवेशकों का पैसा लौटाने के लिए और पैसों की जरुरत होगी। जिसके सरकार सुप्रीम कोर्ट का रुख करेगी। ताकि सहारा गुप से बकाया रकम मिल सके। उन्होंने कहा कि सरकार सहारा ग्रुप में फंसे लोगों के पैसों दिलवाने का काम करेगी। मंत्री ने राज्यसभा में में कहा कि कई निवेशकों को पैसा मिल गया है। उन्होंने संसद में आश्वस्त किया कि पोर्टल पर प्रोसेस पूरा करने वाले लोगों को उनका पैसा वापस किया जाएगा। शुरुआती दौर में छोटे इंवेस्टर्स को पैसा दिया जा रहा है। जिसकी शुरूआत 10 हजार रुपए से की गई है।

सहारा ग्रुप के चीफ सुब्रत रॉय का निधन 14 नवंबर को हुआ था। ग्रुप की कंपनियों में देश के करोड़ों लोगों का निवेश था। अभी तक काफी लोगों को उनका पैसा नहीं मिला है। सहारा ग्रुप की कई कंपनियों के खिलाफ एसआईएफओ और कंपनी के लॉ के तहत कार्रवाई की जा रही है। वैसे सरकार की ओर से एक बात साफ हो गई है कि सुब्रत रॉय की मौत के बाद भी उनकी कंपनियों के खिलाफ जारी जांच बाधित और प्रभावित नहीं होगी।