भोपाल। लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा है कि  अतिवृष्टि और बाढ़ के कारण प्रदेश के जिन 17 जिलों में सड़क और पुलों को क्षति पहुँची है, उनमें संधारण का कार्य तेजी से पूर्ण किया जाएगा। इसके लिए विभाग द्वारा कार्य-योजना तैयार कर ली गई है। प्रभावित  जिलों में कुल 207 करोड़ रुपए के व्यय से  संधारण कार्य कराए जाएँगे। मंत्री भार्गव ने यह बात आज बाढ़ के कारण हुए नुकसान के आकलन की समीक्षा बैठक में कही।

लोक निर्माण मंत्री भार्गव ने कहा कि अतिवृष्टि के कारण नदियों के जल स्तर में तेजी से वृद्धि हुई,  इसके परिणाम स्वरूप ग्वालियर-चंबल संभाग  के जिलों में सड़क, पुल और पुलियों को काफी नुकसान हुआ है। लोक निर्माण विभाग द्वारा तेजी से संधारण कार्य शुरू किया गया हैं। श्योपुर से मुरैना सड़क मार्ग 24 घंटे में चालू कर दिया गया था। साथ ही श्योपुर से राजस्थान के पाली मार्ग को भी यातायात के लिए खोल दिया गया है। अभी इस मार्ग पर छोटे वाहनों की आवाजाही प्रारंभ की गई है। उन्होंने निर्देश दिए की जहाँ भी संधारण कार्य कराया जा रहा है वहाँ डायवर्सन तैयार किए जाए।  क्षतिग्रस्त पुल-पुलिया पर आवागमन न हो इसके लिये पर्याप्त बेरिकेटिंग, चेतावनी बोर्ड लगाए जाएँ, साथ ही आवागमन योग्य सड़कों, गड्ढो इत्यादि को भरने के लिए तत्काल कार्यवाही की जाए। क्षतिग्रस्त पुल-पुलिया, जिनके कारण बाढ़ प्रभावित गाँव/नगर का संपर्क टूट गया है, ऐसे क्षेत्रों में प्राथमिकता से आवागमन हेतु तत्काल वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग नीरज मण्डलोई ने बताया कि विभाग द्वारा प्रदेश के बाढ़ प्रभावित सभी 17 जिलों में सड़क, पुल-पुलियों में हुई क्षति का आकलन करा लिया गया है। आंकलन के अनुसार मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम के 67 करोड़ 66 लाख रूपये, ब्रिज के 75 करोड़ 5 लाख रूपये, लोक निर्माण विभाग 56 करोड़ तथा नेशनल हाइवे की सड़कों के संधारण पर 8 करोड़ 30 लाख रूपये की राशि का व्यय किया जाना प्रस्तावित है।

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