उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने लखनऊ में बारिश के बीच महिलाओं/राहगीरों से बदसलूकी करने के मामले में बड़ा एक्शन लिया है। सरकार ने मामले में कई पुलिस अधिकारी और पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। इसमें  स्थानीय पुलिस उपायुक्त (DCP), अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (ADCP), सहायक पुलिस उपायुक्त (असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर) को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है। जबकि स्थानीय प्रभारी निरीक्षक, चौकी इंचार्ज व चौकी पर मौजूद समस्त पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। 

गौरतलब है कि, पुलिस वीडियो के जरिए आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करने में जुटी हुई है। चार युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है। मालूम हो कि इससे पहले पुलिस ने हुड़दंगियों/अराजकतत्वों को धर दबोचने के लिए चार अलग-अलग टीमें बनाई थी। साथ ही मामले में छेड़छाड़ की धराएं भी जोड़ी गई है। 

मालूम हो कि, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में आप कुछ हुड़दंगियों को बीच सड़क आते-जाते वाहनों, जिसमें महिलाएं और बुजुर्ग शुमार हैं, उनसे बदतमीजी करते नजर आ रहे हैं। ये हुड़दंगी दो पहिया पर सवार लोगों धकेल कर नीचे पानी में गिरा रहे थे। वहीं कार का जबरन गेट खोल उसमें पानी फेंक रहे थे। साथ ही एक लड़की के साथ उन्होंने छेड़छाड़ भी की थी। 

पुलिस ने मामले की ज्यादा जानकारी देते हुए बताया कि, फिलहाल बरामद सबूत और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर धाराओं में वृद्धि की गई है। वर्तमान में विवेचना अंतर्गत धारा 191(2),3(5),272,285 व 74 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने/ लज्जाभंग संबंधी ) बीएनएस 2023 प्रचलित है। मामले में जल्द ही बाकी अरोपियों की गिरफ्तार हो सकती है।