मुरैना। मध्यप्रदेश के खाद्य प्रसंस्करण मंत्री भारत सिंह कुशवाह ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि मुरैना में क्वारी और चंबल नदी के जलस्तर बढ़ने से 68 गांव प्रभावित हुए हैं, जिसमें युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य किया जाये। कुशवाह ने कल रात यहां एक बैठक में आधिकारियों को यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चंबल-क्वारी नदी में जल स्तर बढ़ने से दोनों नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इससे जिले के 68 गांव प्रभावित हुये है, जिनमें 2 हजार 649 परिवार है, इनमें 13 हजार 574 जनसंख्या है। रेस्क्यू के द्वारा जिला प्रशासन ने 4 हजार 596 लोगों को कल देर रात्रि तक बाहर निकाला है। इन गांवों में जिला प्रशासन द्वारा रेस्क्यू कार्य चलाया जा रहा है। किन्तु रेस्क्यू के दौरान यह भी सुनिश्चित किया जाये कि जब तक बाढ़ से फंसे हुये लोगों को बाहर नहीं निकाल लिया जाता, तब तक जिले में रेस्क्यू कार्य युद्धस्तर से चलता रहे।
प्रभारी मंत्री श्री कुशवाह ने कहा कि जिले में एनडीआरएफ के 50, सीडीआरएफ के 23, आर्मी के 50 और डीएफओ और होमगार्ड के सदस्य रेस्क्यू कार्य में लगे हुये है। उन्होंने कहा कि जिले में जनहानि, पशुहानि और नष्ट हुई संपत्ति के आंकलन में कहीं कोई कोताई न बरतें। सर्वे कार्य में इन सभी बातों का ध्यान रखा जाये। उन्होंने कहा कि कोई भी ऐसा व्यक्ति छूटना नहीं चाहिये, जिसके यहां बकरी भी खत्म हुई हो,तो उसका भी सर्वे किया जाये। उन्होंने कहा कि अभी तक सबलगढ़ के गांव बत्तोखर में 2 अगस्त को एक मकान क्षतिग्रस्त, एक व्यक्ति की मृत्यु हुयी है, पोरसा के गांव खुड़ो (उसेद) में दो भैंसे बाढ़ से मृत पायी गई है, 4 अगस्त को मुरैना के अतरसुमा में एक बच्चे की नहाते समय डूबने से मृत्यु हुयी है। इस प्रकार की घटना घटी हो तो उनका सर्वे तत्कल कराया जाये।