नई दिल्ली। भारत के बाजारों में ₹200 और ₹50 के नकली नोट प्रचलन में आ रहे हैं। भारत के कई शहरों में नकली नोट पकड़े गए हैं। देशभर के विभिन्न बैंकों की रिपोर्ट के आधार पर भारतीय रिजर्व बैंक ने आम जनता से अपील की है कि वो सावधान रहें एवं असली और नकली नोट के बीच अंतर को समझें।
आरबीआई वित्तीय जागरूकता सप्ताह (Financial Awareness Week) मना रही है। इस मौके पर क्षेत्रीय निदेशक लक्ष्मीकांत राव ने महत्वपूर्ण जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि अगर बैंक की सेवा से खुश नहीं है या किसी तरह की समस्या है तो शिकायत कर सकते हैं। राव ने कहा कि रिजर्व बैंक किसी भी संस्था के खिलाफ लोकपाल की शिकायत करने के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
उन्होंने जागरूकता सप्ताह समारोह में करेंसी के असली और नकली के पहचान के बारे में बताया। लक्ष्मीकांत ने बताया, ’50 रुपए के असली नोट में सामने के भाग में मूल्य वर्ग में 50 के साथ आर-पार मिलान, देवनागरी में 50 लिखा, बीच में महात्मा गांधी की फोटो, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया, गैर-धातुयी सुरधा धागा होता है।’ साथ ही दाएं तरफ अशोक स्तंभ का प्रतीक चिन्ह, इलेक्टोइप 50 वॉटरमार्क, संख्या पैनल ऊपर बाएं तरफ और नीचे दाएं तरफ छोटे से बढ़ते आकार में लिखे होते हैं।
वहीं 50 रुपए के नोट में पीछे तरफ छपने वाला साल, स्वच्छ भारत का लोगो और स्लोगन, भाषा पैनल और आकार 66*135 मिमि होता है। जबकि 200 रुपए के नोट में लगभग सभी चीजे वहीं होती है। इसमें नोट तिरछा करने पर हरे रंग का धागा ब्लू कलर में दिखाई देता है।