भोपाल। अब से पहले तक कर्मचारियों की लापरवाही पर दंड के लिए कोई सख्त प्रावधान नहीं था लेकिन मध्य प्रदेश में पहली बार कर्मचारियों को कर्तव्य के लिए समय का पाबंद बनाया जा रहा है। बाढ़ पीड़ित लोगों को समय पर राहत नहीं देने वाले कर्मचारियों के खिलाफ ऐसा कानून के तहत कार्रवाई होगी।
श्योपुर के कलेक्टर शिवम वर्मा ने चेतावनी दी है कि लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ रासुका लगाई जाएगी और उन्हें जेल भेजा जाएगा। कलेक्टर रविवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे पर गए थे। वहीं पर उन्होंने सभी के सामने लापरवाह सरकारी कर्मचारियों को लताड़ लगाई। बता दें कि जिला प्रशासन को लगातार शिकायतें मिल रहीं थी कि बाढ़ प्रभावित लोगों को खाद्यान्न नहीं मिल रहा है।
ऐसे में मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर शिवम वर्मा, जिला पंचायत CEO राजेश शुक्ल के साथ जमीनी हकीकत जानने के लिए बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे पर पहुंच गए। अधिकारी श्योपुर के बाढ़ प्रभावित गांव आवदा पहुंचे। यहां उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों से बातचीत की और सरकारी योजनाओं का लाभ मिलने को लेकर सवाल किया।
इस पर ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत प्रभारी सचिव द्वारा आटा नहीं दिए जाने की शिकायत कलेक्टर से की। इससे कलेक्टर काफी नाराज हुए और उन्होंने मौके पर ही प्रभारी सचिव को बुलाया और सभी के सामने डांट लगाई। साथ ही चेतावनी दी कि लापरवाही कर्मचारियों को रासुका लगाकर जेल भेज दिया जाएगा। कलेक्टर ने कर्मचारियों से तुरंत लोगों को खाद्यान्न उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कर्मचारियों को सभी के सामने डांटते हुए कहा कि आप सरकारी सेवा में है आपको ऐसे समय में ज्यादा जिम्मेदारी से काम करना चाहिए।