जयपुर । भारतीय सेना में जासूसी से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है. राजस्थान में तैनात सेना के जवान को पाकिस्तानी महिला एजेंट्स ने हनी ट्रैप किया. इसके बाद जवान से कई गोपनीय जानकारियां ली गईं. बदले में पैसे देने की जानकारी भी सामने आई है. जवान को शासकीय गुप्त बात अधिनियम, 1923 के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है.
स मामले में 24 साल के सैन्यकर्मी को राजस्थान पुलिस की इंटेलिजेंस विंग ने अरेस्ट किया है. उस पर जासूसी करने और खुफिया जानकारी पाकिस्तानी एजेंट को लीक करने का आरोप है.
आरोपी जवान का नाम शांतिमय राणा
पकड़े गए जवान का नाम शांतिमय राणा है. वह पश्चिम बंगाल के बागुंडा जिले के गांव कंचनपुर का रहने वाला है. जयपुर में अर्टलरी यूनिट में उसकी तैनाती थी.
राजस्थान पुलिस की इंटेलिजेंस विंग के डायरेक्टर जनरल उमेश मिश्रा ने कहा, ‘पाकिस्तानी एजेंट गुरनौर कौर उर्फ अंकिता और निशा ने सोशल मीडिया के जरिए जवान से संपर्क किया था.’
इंटेलिजेंस विंग ने आगे बताया कि बाद में दो महिलाओं ने राणा का नंबर लिया था. वे दोनों ही राणा से वॉट्सऐप पर बात करती थीं. दोनों ने पहले राणा का भरोसा जीता. फिर उससे खुफिया जानकारियां लेने लगीं. इसके बदले राणा के खाते में कुछ पैसा भी ट्रांसफर किया गया था.
ऐसे फंसाया था जाल में
राणा ने बताया कि वह मार्च 2018 से भारतीय सेना में कार्यरत है और पिछले काफी समय से वाट्सऐप चैट, वीडियो और ऑडियो मेसेज के जरिए महिला पाक एजेन्ट के संपर्क में था. महिला ने खुद को शाहजहांपुर (उत्तर प्रदेश) की निवासी बताया था. महिला ने राणा से कहा था कि वह वहीं पर मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेस में काम करती है. दूसरी महिला ने अपना नाम निशा बताया था. उसने कहा था कि वह मिलिट्री नर्सिंग सर्विस में काम करती है.
इन महिलाओं ने राणा से गोपनीय दस्तावेज, फोटोग्राफ्स, युद्धाभ्यास के वीडियो मांगे थे. लालच में आकर राणा ने अपनी रेजीमेन्ट के गोपनीय दस्तावेज व युद्वाभ्यास के वीडियो भेज भी दिये थे.