रायपुर। दिल्ली में बैठकर छत्तीसगढ़ सहित देश के अन्य राज्यों में ई-चालान के नाम पर आनलाइन ठगी करने वाले गिरोह का रायपुर पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। ये पूरा खेल दिल्ली के तिलक नगर सर्विसेस प्रालि कंपनी के नाम से चल रहा था। फर्जी काल सेंटर के माध्यम से छत्तीसगढ़ के अलावा ओडिशा, हिमाचल प्रदेश, उप्र, बिहार के लोगों से करोड़ों की ठगी की है।

पुलिस ने मामले में मास्टर माइंड और चार लड़कियांे सहित कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपित विभांशु गर्ग एम. काम और एमबीए का डिग्रीधारी है। वह पूर्व में एसबीआइ लाइफ इंश्योरेंस और एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस में सहायक मैनेजर रह चुका है।

गिरफ्तार आरोपितों में 485 कंबल वाला बाग नई मंडी मुजफ्फर नगर (उप्र) अस्थायी सी/126 फेस-1 मयूर विहार निवासी विभांशु गर्ग (36), ग्राम धकजारी थाना रूनिशादपुर, जिला सीतामढ़ी (बिहार) निवासी सुमित कुमार ठाकुर (25), हरि नगर विक्रांत एन्क्लेव के सामने, थाना मायापुरी जिला वेस्ट दिल्ली निवासी नेहा शर्मा उर्फ तनिशा (20), मायापुरी फेस-1 इंडस्ट्रियल एरिया थाना मायापुरी जिला वेस्ट दिल्ली निवासी रानी उर्फ कोमल (21) हरिनाथ अग्रवाल स्वीट्स के पास थाना मायापुरी निवासी सत्या उर्फ शमिता (20) और जहांगीरपुरी सी-ब्लाक 844, 845 थाना आदर्श नगर न्यू दिल्ली निवासी जन्नात अंसारी उर्फ काव्या (25) शामिल हैं।

रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने मामले का राजफाश किया। इस दौरान बताया कि आरोपितों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। इनके पास से दूसरे राज्यों के नंबर और ई-चालान से जुड़ी जानकारी मिली है, जिसकी जांच की जा रही है।

ऐसे फंसाते थे जाल में

पुरानी बस्ती थाने में प्रार्थी हितेश कुमार साहू ने फर्जी ई-चालान की रिपोर्ट दर्ज करवाई। प्रार्थी को बिना हेलमेट वाहन चलाने के संबंध में ई-चालान जारी किया गया था, जिसकी सूचना प्रार्थी को उसके मोबाइल नंबर में मैसेज के माध्यम से प्राप्त हुई। प्रार्थी ने उक्त चालान का भुगतान उस समय नहीं किया था। इसी दौरान एक जुलाई को दो अलग-अलग नंबरों से फोन आया।

एक महिला द्वारा प्रार्थी के मोबाईल नंबर में वाट्सएप से ई-चालान और क्यूआर कोड भेजकर, उस कोड के माध्यम से भुगतान करने की बात कही। महिला ने खुद को सीजेएमणसीजेएम कोर्ट बिलासपुर से होना बताया। चालान का भुगतान नहीं करने पर उसके खिलाफ अपराध दर्ज होने की बात कही। प्रार्थी ने डर के कारण्ा क्यूआर कोड के माध्यम से 500 रुपये का भुगतान किया।

जब ई-चालान का आनलाइन स्टेटस चेक किया तो भुगतान नहीं होना पाया। इसके बाद यातायात पुलिस को जानकारी दी। यातायात पुलिस ने बताया कि किसी भी व्यक्ति को क्यूआर कोड भेजकर पेमेंट प्राप्त नहीं किया जाता।

कुरियर वाला बनकर लोकेशन का पता किया

टीम के सदस्यों ने दिल्ली के तिलक नगर में वेल्यू सर्विसेस प्रालि कंपनी के नाम पर काल सेंटर का संचालित होना पाया, जहां टीम द्वारा छापामार कार्रवाई की गई। रेड कार्रवाई के दौरान कुछ युवक एवं युवतियां फोन पर काल करते हुए मिले। काल सेंटर में दो युवक और चार युवतियां मिले।

अलग-अलग राज्यों का ई-चालान खरीदा

कंपनी के डायरेक्टर विभांशु गर्ग ने बताया कि उसने एम. काम व एमबीए की पढ़ाई की है। दो वर्ष पूर्व घुमले कंपनी टूर एंड ट्रेवल्स का संचालन करता था। साथ ही लेट्स कनेक्ट कंपनी जिसमें साफ्टवेयर डेवलमपेंट, एप्प्लीकेशन डेवलमपेंट, वेब साइट डेवलमपेंट, गूगल एडवर्स, यू-ट्यूब प्रमोशन एंड डेवलपमेंट, कनटेंट राइटिंग, वर्चुअल नंबर एवं इंटरनेट मीडिया प्रमोशन का

10 सदस्यीय टीम ने दिल्ली और उप्र के मयूर विहार, अशोक नगर, तिलक नगर और मुजफ्फर नगर पहुंचकर वहां पर प्राप्त मोबाइल नंबरों के लोकेशन के आधार पर लगातार कैंप करते हुए आरोपितों के संबंध में जानकारियां जुटाना प्रारंभ किया। टीम के सदस्य डीटीसी कुरियर का कुरियर ब्वाय बनकर आरोपितों के मोबाइल नंबरों के लोकेशनों में जाकर उनके ठिकानों की जानकारी जुटाई।

इसी दौरान कुछ डाटा वेंडर्स के संपर्क में आया और वेंडर्स से अलग-अलग राज्यों के ई-चालान का डाटा खरीदकर फर्जी ई-चालान का पेमेंट प्राप्त करने के लिए तिलक नगर में वेल्यू सर्विसेस प्रालि कंपनी खोलकर फर्जी ई-चालान का काम करना प्रारंभ किया। वर्क इंडिया एप के माध्यम से कंपनी में काम करने के लिए युवक और युवतियों को नियुक्त किया।

 

दो रुपये में एक व्यक्ति का डाटा

दो रुपये में एक व्यक्ति का डेटा इसे आसानी से मिल जाता था। वहीं 15 सौ में एक लाख व्यक्ति का डेटा इनके हाथ में होता था। आरोपित विभांशु गर्ग द्वारा दिल्ली, उप्र, राजस्थान से अलग-अलग लोगों से डाटा क्रय करना बताया है, जिसके संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त की जा रही है। गैंग द्वारा अन्य राज्यों के लोगों के साथ हुए ठगी के संबंध में संबंधित राज्यों की पुलिस से संपर्क कर अग्रिम कार्रवाई की जाती है।

 

काल सेंटर से यह जब्त

 

– 25 कंप्यूटर

 

– 35 मोबाइल फोन

 

– 15 फर्जी सिम

 

– 1 डायलर मशीन

 

– पेन ड्राइव

 

– 2 नग लैपटाप

 

– फर्जी दस्तावेज

 

 

48 घंटे में दो बड़ी कार्रवाई

 

एंटी क्राइम एवं साइबर यूनिट की टीम ने 48 घंटे में साइबर फ्राड के दो बड़े मामले का भंडाफोड़ किया है। इसमें एक दिन पहले क्रेडिट कार्ड के नाम पर ठगी करने वाले चार आरोपितों को दिल्ली से पकड़ा गया। वहीं अब फर्जी काल सेंटर से छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है।