भोपाल। मौसम विभाग ने आज मध्यप्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मध्यप्रदेश में बीते कुछ दिनों में लगातार अच्छी बारिश हो रही है और इंदौर, भोपाल सहित कई जिलों में बारिश का औसत आंकड़ा पार कर चुका है। नर्मदापुरम संभाग में नर्मदा नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। कई जिलों में स्थानीय प्रशासन ने आज मंगलवार को स्कूलों में भी छुट्टी घोषित कर दी है। इसबीच मंगलवार को भोपाल समेत कई जिलों में जहां स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है, वहीं 39 जिलों के लिए भारी बारिश का ‘अलर्ट’ जारी किया गया है।
मौसम विभाग ने कहा है कि मध्य प्रदेश के अलावा हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, झारखंड आदि जैसे राज्यों में आज भी तेज बारिश हो सकती है। सोमवार को भोपाल और आसपास के इलाकों में भारी बारिश हुई। अधिकारियों ने बताया कि मूसलाधार बारिश के कारण भोपाल और जबलपुर सहित कुछ जिलों में सोमवार को स्कूल बंद रहे.
सीएम शिवराज की हालात पर नजर
प्रदेश के अन्य हिस्सों में एनडीआरएफ की 8 टीम तैनात हैं। विदिशा में तीन टीम के अलावा दो ग्वालियर में, एक सीहोर में, एक नर्मदापुरम में और एक जबलपुर में तैनात की गयी हैं। नर्मदा का जलस्तर विगत 24 घंटे में 945 फ़ीट से 964 फ़ीट पहुंच गया है और सोमवार देर रात ख़तरे के निशान 967 फ़ीट से ऊपर जाने का ख़तरा है। नर्मदा और बेतवा नदियों से लगे ज़िलों में ज़िला प्रशासन को हाई अलर्ट किया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव गृह राजेश राजौरा शाम से ही जिलों में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं।
भारी बारिश की संभावना
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को रेड अलर्ट जारी किया है जिसमें राज्य के पश्चिमी हिस्सों में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक वर्षा के साथ भारी से बहुत भारी वर्षा का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है। मौसम विभाग ने उज्जैन और राजगढ़ में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं ग्वालियर, नर्मदापुरम, इंदौर, भोपाल, रायसेन, सीहोर और विदिशा में बारिश का अलर्ट है। इसके अलावा सागर, चंबल और जबलपुर में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
यहां भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने उज्जैन संभाग और राजगढ़ जिले में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं, ग्वालियर, नर्मदापुरम, इंदौर और भोपाल संभाग के कुछ जिलों में अति भारी बारिश हो सकती है। चंबल, सागर और जबलपुर संभाग में भी भारी बारिश हो सकती है।
भोपाल-नागपुर रूट बंद
नादियों में बाढ़ के कारण कई जिलों में अवागमन पूरी तरह से प्रभावित हुई है। सुखतवा पुल पर पानी आने से भोपाल-नागपुर हाईवे करीब 24 घंटे से बंद है। राज्य की सभी प्रमुख और उनकी सहायक नादियों में बाढ़ के कारण पानी ग्रामीण क्षेत्रों में भी भर गया है।
डैम के गेट खोले गए
भोपाल में केरवा, कलियासोत , विदिशा में सगड़, अशोकनगर में राजघाट डैम के गेट खोल दिए गए हैं। बरगी डैम के 17, बरना डैम के 6 और तवा डैम के 13 गेट खोल दिए गए हैं। वहीं, नर्मदा नी का जल स्तर बढ़ने से इंदिरा सागर बांध के 12 और ओंकारेश्वर डैम के 18 गेट खोले गए हैं।
इन नादियों में बाढ़
बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं। नर्मदा, शिप्रा, बेतवा, शिवना, कालीसिंध, पार्वती नादियां में बाढ़ आ गई है। ये नादियां क्षमता के निशान से ऊपर बह रही हैं। भोपाल में कलियासोत नदी ने हालात बेकाबू कर दिए हैं।
प्रदेश के बड़े हिस्से में नदियां, नाले और अन्य जल स्त्रोत उफान पर हैं और पानी छोड़ने के लिए कई बांधों के द्वार खोल दिए गए हैं। विशेषकर पश्चिमी मध्य प्रदेश में कई सड़कों पर कम विजिबिलटी के कारण वाहनों की आवाजाही कम रही। प्रदेश के कुछ निचले इलाकों में जलजमाव की खबरें हैं। आईएमडी ने लोगों को मूसलाधार बारिश के बीच यात्रा करने से बचने की सलाह दी है। सोमवार को भोपाल और आसपास के इलाकों में भारी बारिश हुई।
मौसम विभाग ने आज मध्यप्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मध्यप्रदेश में बीते कुछ दिनों में लगातार अच्छी बारिश हो रही है और इंदौर, भोपाल सहित कई जिलों में बारिश का औसत आंकड़ा पार कर चुका है। नर्मदापुरम संभाग में नर्मदा नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। कई जिलों में स्थानीय प्रशासन ने आज मंगलवार को स्कूलों में भी छुट्टी घोषित कर दी है। इसबीच मंगलवार को भोपाल समेत कई जिलों में जहां स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है, वहीं 39 जिलों के लिए भारी बारिश का ‘अलर्ट’ जारी किया गया है।
मौसम विभाग ने कहा है कि मध्य प्रदेश के अलावा हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, झारखंड आदि जैसे राज्यों में आज भी तेज बारिश हो सकती है। सोमवार को भोपाल और आसपास के इलाकों में भारी बारिश हुई। अधिकारियों ने बताया कि मूसलाधार बारिश के कारण भोपाल और जबलपुर सहित कुछ जिलों में सोमवार को स्कूल बंद रहे.
सीएम शिवराज की हालात पर नजर
प्रदेश के अन्य हिस्सों में एनडीआरएफ की 8 टीम तैनात हैं। विदिशा में तीन टीम के अलावा दो ग्वालियर में, एक सीहोर में, एक नर्मदापुरम में और एक जबलपुर में तैनात की गयी हैं। नर्मदा का जलस्तर विगत 24 घंटे में 945 फ़ीट से 964 फ़ीट पहुंच गया है और सोमवार देर रात ख़तरे के निशान 967 फ़ीट से ऊपर जाने का ख़तरा है। नर्मदा और बेतवा नदियों से लगे ज़िलों में ज़िला प्रशासन को हाई अलर्ट किया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव गृह राजेश राजौरा शाम से ही जिलों में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं।
भारी बारिश की संभावना
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को रेड अलर्ट जारी किया है जिसमें राज्य के पश्चिमी हिस्सों में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक वर्षा के साथ भारी से बहुत भारी वर्षा का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है। मौसम विभाग ने उज्जैन और राजगढ़ में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं ग्वालियर, नर्मदापुरम, इंदौर, भोपाल, रायसेन, सीहोर और विदिशा में बारिश का अलर्ट है। इसके अलावा सागर, चंबल और जबलपुर में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
यहां भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने उज्जैन संभाग और राजगढ़ जिले में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं, ग्वालियर, नर्मदापुरम, इंदौर और भोपाल संभाग के कुछ जिलों में अति भारी बारिश हो सकती है। चंबल, सागर और जबलपुर संभाग में भी भारी बारिश हो सकती है।
भोपाल-नागपुर रूट बंद
नादियों में बाढ़ के कारण कई जिलों में अवागमन पूरी तरह से प्रभावित हुई है। सुखतवा पुल पर पानी आने से भोपाल-नागपुर हाईवे करीब 24 घंटे से बंद है। राज्य की सभी प्रमुख और उनकी सहायक नादियों में बाढ़ के कारण पानी ग्रामीण क्षेत्रों में भी भर गया है।
डैम के गेट खोले गए
भोपाल में केरवा, कलियासोत , विदिशा में सगड़, अशोकनगर में राजघाट डैम के गेट खोल दिए गए हैं। बरगी डैम के 17, बरना डैम के 6 और तवा डैम के 13 गेट खोल दिए गए हैं। वहीं, नर्मदा नी का जल स्तर बढ़ने से इंदिरा सागर बांध के 12 और ओंकारेश्वर डैम के 18 गेट खोले गए हैं।
इन नादियों में बाढ़
बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं। नर्मदा, शिप्रा, बेतवा, शिवना, कालीसिंध, पार्वती नादियां में बाढ़ आ गई है। ये नादियां क्षमता के निशान से ऊपर बह रही हैं। भोपाल में कलियासोत नदी ने हालात बेकाबू कर दिए हैं।
प्रदेश के बड़े हिस्से में नदियां, नाले और अन्य जल स्त्रोत उफान पर हैं और पानी छोड़ने के लिए कई बांधों के द्वार खोल दिए गए हैं। विशेषकर पश्चिमी मध्य प्रदेश में कई सड़कों पर कम विजिबिलटी के कारण वाहनों की आवाजाही कम रही। प्रदेश के कुछ निचले इलाकों में जलजमाव की खबरें हैं। आईएमडी ने लोगों को मूसलाधार बारिश के बीच यात्रा करने से बचने की सलाह दी है। सोमवार को भोपाल और आसपास के इलाकों में भारी बारिश हुई।