श्योपुर. मध्यप्रदेश के श्योपुर में मिलावटी दुग्ध उत्पाद के काले कारोबार के खिलाफ फूड सेफ्टी विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है. कार्रवाई शहर से सटे क्षेत्र संचालित एक दुग्ध फैक्ट्री पर की गई जहां मिलावटी दूध, पनीर और घी बनाने का काम होते पाया गया. फैक्ट्री से लिक्विड डिटर्जेंट , पोटाश और हाइड्रोजन परॉक्साइड जैसे उत्पाद भी बड़ी मात्रा में बरामद हुए हैं, जो मिलावटी दूध आदि बनाने में उपयोग में लाए जाते हैं.

शहर के पुलिस लाइन रोड पर कलेक्ट्रेट के नजदीक राधे किशना फूड प्रोडक्ट फैक्ट्री पर मिलावटी दुग्ध उत्पाद निर्माण की प्रशासन को लगातार शिकायतें मिल रही थीं. जिला कलेक्टर लोकेश कुमार जांगिड़ के निर्देश पर बुधवार शाम को यहां फूड सेफ्टी टीम ने छापा मारा तो फैक्ट्री से मिलावटी दूध बनाने वाली सामग्री बरामद की. टीम ने वहां मिले दूध, घी, पनीर आदि सामग्री के सैंपल ले लिए हैं, जिन्हें जांच के लिए भोपाल भेजा जाएगा. साथ ही यहां उपलब्ध दूध, घी और पनीर आदि सामग्री को नष्ट करा दिया गया है.

खाद्य सुरक्षा विभाग के छापे में डेयरी पर दो कड़ाहियों में लगभग 80-80 लीटर दूध गर्म होते पाया गया और एक ड्रम में 40 लीटर दूध पाया गया. पनीर के 10 सांचों में लगभग 40 किलो पनीर मिला, एक ड्रम मिल्क क्रीम, 100 लीटर के लगभग देशी घी प्राप्त हुआ, लेकिन दूध किस दूधिये ने दिया, उसके यहां इतनी भैंस-गाय आदि हैं या नहीं? इससे जुड़ा कोई रिकॉर्ड नहीं मिला, जबकि तत्कालीन कलेक्टर संजय कुमार द्वारा यह निर्देश दिए हुए हैं.

साथ ही डेयरी पर बेस्ट च्वाइस रिफाइंड पॉम ऑयल का टीन, एक कट्टे में पोटाश तथा एक कट्टी में 4 किलो के लगभग लिक्विड डिटर्जेंट पाया गया. एक अन्य कट्टी में हाइड्रोजन परॉक्साइड, संचालक के घर पर 20 टीन बेस्ट च्वाइस रिफाइंड पॉम ऑयल भी मिला है. जिससे इस सामग्री के मिलावटी होने की संभावना पर यहां मिली. सामग्री को टीम ने नष्ट करा दिया है. डेयरी संचालक के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जा रही है.