चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस विवाद के बीच BJP को एक बार फिर राहुल गांधी पर हमला करने का मौका मिल गया। कांग्रेस की विधानसभा से लेकर लोकसभा तक के खराब प्रदर्शन के लिए BJP राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराती है। कांग्रेस के अदना से नेता की गलती के लिए भी भी BJP राहुल गांधी पर निशाना साधती है। ताजा घटनाक्रम में MP के CM शिवराज सिंह चौहान ने राहुल गांधी पर निशाना साधा है। MP के पृथ्वीपुर में आयोजित एक सभा में CM शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “राहुल गांधी कांग्रेस को डुबा रहे हैं, पंजाब की सुस्थापित सरकार को ठिकाने लगा रहे हैं। अमरिंदर को सिद्धू की वजह से हटाया गया था, अब सिद्धू भी भाग गए हैं। जब तक राहुल गांधी हैं तब तक हमें कुछ नहीं करना है।” पंजाब कांग्रेस का विवाद अभी सुलझा नहीं है। नवजोत सिंह सिद्धू को मनाने की कोशिश जारी है। लेकिन कांग्रेस हाईकमान ने इस मामले से अपना कदम पीछे खीच लिया है। विवाद को केंद्रीय नेतृत्व नहीं बल्कि राज्य स्तर पर निपटाने को कहा गया है। कांग्रेस हाईकमान ने साफ कर दिया है सिद्धू मानते हैं तो ठीक, नहीं तो पार्टी उनकी शर्तों को नहीं मानेगी।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और पंजाब के प्रभारी हरीश रावत ने चंडीगढ़ जाने का कार्यक्रम रद्द कर दिया है। रावत सिद्धू को मनाने जाने वाले थे लेकिन पार्टी हाईकमान के निर्देश पर अब वह चंड़ीगढ़ नहीं जा रहे हैं। लेकिन सिद्धू को मनाने में पार्टी कोई कोताही नहीं बरत रही है। पंजाब कांग्रेस का डैमेज कंट्रोल कर रहे राजस्थान के राजस्व मंत्री हरीश चौधरी सिद्धू के इस्तीफा देते ही चंडीगढ़ पहुंच गये हैं। और वे सिद्धू से मिलकर हल निकालने की कोशिश में लगे हैं। पंजाब में कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद नवजोत सिद्धू पहली बार सामने आए तो उन्होंने सीधे मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी और सरकार पर हमला बोला। सिद्धू ने नए कार्यकारी पुलिस निदेशक इकबालप्रीत सहोता और एडवोकेट जनरल एपीएस देयोल को निशाना बनाया है। सिद्धू ने उनके पुराने काम का मुद्दा उठाते हुए सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किए हैं। सिद्धू ने कहा कि यह लोग हमें क्या इंसाफ दिलाएंगे। अगर मेरा पद जाता है तो जाए लेकिन मैं अपने मुद्दों पर खड़ा रहूंगा। नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि, मैं देख रहा हूं कि उन मुद्दों से समझौता हो रहा है। मेरा पहला काम बेअदबी के इंसाफ के लिए लड़ना है। आज मैं देखता हूं कि 6 साल पहले जिन्होंने बादलों को क्लीन चिट दी। छोटे-छोटे लड़कों पर अत्याचार किए। उन्हें इंसाफ का उत्तरदायित्व दिया गया है। यह देख मेरी रूह घबराती है। जिन्होंने ब्लैंकेट बेल दिलवाई, वो एडवोकेट जनरल है। यह क्या एजेंडा है? जो लोग मसलों की बात करते थे, वो कहां हैं? क्या हम इन साधनों से अपने मुकाम तक पहुंचेंगे। मैं न हाईकमान को गुमराह कर सकता हूं और न होने दूंगा।