इंदौर। अपनी जमीनों के अधिग्रहण का विरोध कर रहे किसानों ने राहुल गांधी से कल मुलाकात की। लगभग एक घंटे से अधिक समय तक राहुल किसानों की महापंचायत में मौजूद रहे और उनके सवालों के जवाब भी दिए। राहुल ने किसानों को भरोसा दिलाया कि अगर केन्द्र में उनकी सरकार बनती है तो पुराने कानून में संशोधन किए जाएंगे और किसानों के हित में ही फैसले होंगे। राहुल अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के सिलसिले में कल बदनावर-धार में मौजूद थे।
कल राहुल ने रतलाम के सरवन गांव में रात्रि विश्राम किया और आज सुबह राजस्थान के बांसवाड़ा के लिए रवाना हो गए। उसके पूर्व कल सुबह उन्होंने किसानों से चर्चा की। पूर्व जनपद सदस्य और किसान नेता हंसराज मंडलोई ने बताया कि एक घंटे से अधिक समय तक राहुल जी किसानों के बीच मौजूद रहे। दरअसल इंदौर, मालवा और आसपास के जिलों के किसान इंदौर-बुधनी रेल लाइन, आउटर रिंग रोड, इंदौर-बैतुल, करनावद-इंदौर एक्सप्रेस-वे और पीथमपुर लॉजिस्टिक पार्क सहित अन्य प्रोजेक्टों के लिए ली जा रही जमीनों का विरोध कर रहे हैं, क्योंकि इसके बदले उन्हें ओने-पौने दाम का मुआवजा दिया जा रहा है। इंगोरिया गांव में जहां राहुल और उनके काफिले के लिए टेंट-तम्बू लगे थे, वहीं पर ये किसान एकत्रित हुए और अपनी बात रखी। किसानों ने कहा कि गाइडलाइन बढ़ाने की बजाय सरकार ने घटा दी और अब जिस जमीन का बाजार मूल्य 20 से 25 गुना बढ़ गया है उसे अत्यंत ही कम दामों पर लिया जा रहा है। राहुल ने किसानों की बातें ध्यानपूर्वक सुनी और कहा कि कांग्रेस हमेशा किसानों के साथ खड़ी रही है और भविष्य में भी रहेगी। कांग्रेस सरकार ने ही भूमि अधिग्रहण कानून लागू किया, जिसमें केन्द्र की भाजपा सरकार ने संशोधन के प्रयास भी किए। अब अगर उनकी सरकार बनती है तो किसानों के मन मुताबिक ही संशोधन किए जाएंगे। इंदौर, देवास, धार सहित अन्य तहसीलों के किसान इस दौरान मौजूद रहे।