भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तहत असम की यात्रा कर रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दावा किया है कि उन्हें नगांव के एक मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जा रहा। राहुल गांधी ने कहा है कि, ‘मुझे मंदिर जाने से रोका जा रहा है, मैं सिर्फ मंदिर में हाथ जोड़ना चाहता था’। मंदिर में जाने से रोके जाने के बाद राहुल गांधी धरने पर बैठ गए। उनके साथ कांग्रेस के अन्य नेता और समर्थक धरने पर बैठे।

राहुल गांधी ने मंदिर में जाने से रोके जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए अधिकारियों से पूछा कि क्या अब यह प्रधानमंत्री मोदी तय करेंगे कि मंदिर में कौन जाएगा? हम कोई समस्या पैदा नहीं करना चाहते, केवल मंदिर में पूजा करना चाहते हैं। कांग्रेस पार्टी की न्याय यात्रा अभी असम से गुजर रही है। आज राहुल गांधी असम के वैष्णव विद्वान श्रीमंत शंकरदेव के जन्मस्थान पर पूजा-अर्चना करने वाले थे। असम का बोरदोवा थान एक पवित्र स्थल है जो प्रदेश के नागांव जिले में है। यह श्रीमंत शंकरदेव का जन्मस्थान माना जाता है।

कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी जयराम रमेश ने कहा है कि ये सबकुछ राज्य सरकार के दबाव में हो रहा है। रमेश के मुताबिक ‘कांग्रेस पार्टी के दो विधायकों ने मंदिर के मेनेजमेंट से समय लिया था, मंदिर प्रबंधकों को भी कोई दिक्कत नहीं थी लेकिन अब राज्य सरकार के दबाव के बाद ये सबकुछ किया जा रहा है’। जयराम रमेश ने कहा है कि पहले हमें सुबह सात बजे आने को कहा गया था पर अब कहा जा रहा है कि हम शाम तीन बजे तक मंदिर में नहीं जा सकते। राहुल गांधी ने इस पूरे घटनाक्रम के बाद कहा है कि देश में सिर्फ एक आदमी को मंदिर जाने की इजाजत है।

राहुल ने कहा है कि मेरा अपराध क्या है जो मुझे मंदिर में दर्शन करने से रोका जा रहा है। राहुल गांधी की असम यात्रा के दौरान कुछ जगहों पर मोदी-मोदी के नारे भी लगे हैं। इस दौरान राहुल बहुत सहजता से नारे लगाने वोलों को फ्लाइंग किस देते दिखाई पड़े। राहुल गांधी का कहना है कि वे नफरत को मोहब्बत से जीतेंगे। अयोध्या में आज राम मंदिर का उद्घाटन और प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होना है। इसके लिए देशभर से बड़ी संख्या में लोग अयोध्या पहुंचे हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े कार्यक्रम का हिस्सा होंगे। पीएम के अलावा राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल मंदिर के मुख्य पुजारी के अलावा नेतृत्व की भूमिका में होंगे।