ग्वालियर।  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र संघ में 2022 तक भारत को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त कराने के संकल्प के तहत अब 15 जून से प्रदेशभर में सिंगल यूज प्लास्टिक का उत्पादन बंद करने का निर्णय लिया गया है। इसके चलते ग्वालियर चंबल संभाग में भी सिंगल यूज प्लास्टिक का निर्माण 15 जून से प्रदूषण विभाग बंद करा देगा। 30 जून तक सिंगल यूज प्लास्टिक का जितना स्टाक फैक्ट्री संचालकों के पास है, उसे वह मार्केट में दे सकते हैं। इसके बाद 1 जुलाई से ग्वालियर पूरी तरह से सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त हो जाएगा। इसके लिए प्रदूषण विभाग ने पूरी रणनीति तय कर ली है। 15 जून के बाद जिस फैक्ट्री में उत्पादन होता मिला, उस पर तत्काल वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। साथ ही विवाद से विश्वास योजना के तहत सभी मैरिज गार्डन, होटल, रेस्टारेंट, सर्विस सेंटर आदि को 30 जून तक प्रदूषण विभाग में रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके लिए प्रदूषण विभाग ने सभी सिंगल यूज प्लास्टिक उत्पादन करने वाली फैक्ट्री को नोटिस जारी कर दिए हैं।

मध्यप्रदेश सरकार में 15 जून से प्रदेश को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त कराने की मुहिम प्रारंभ होगी। इसी क्रम में ग्वालियर चंबल संभाग में भी 15 जून से सभी सिंगल यूज प्लास्टिक का उत्पादन करने वाली फैक्ट्रियों को बंद कर दिया जाएगा। फैक्ट्री में 15 जून से उत्पादन बंद करने के लिए सभी फैक्ट्री संचालकों को प्रदूषण विभाग ने नोटिस जारी कर दिया है। इसके बाद जिन फैक्ट्री में उत्पादन होता मिला, उनके संचालकों के विरुद्ध पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 के तहत कार्रवाई की जाएगी। साथ ही नोटिस में लिखा गया है कि जिन फैक्ट्री संचालकों के पास सिंगल यूज प्लास्टिक का स्टाक है, वह उसे 30 जून तक खत्म कर सकते हैं। इसके लिए वह 30 जून तक मार्केट में अपने उत्पादों को भेज सकते हैं। इसके बाद 1 अगस्त से पूरे संभाग में सिंगल यूज प्लास्टिक की बिक्री पर प्रतिबंध लग जाएगा।