भोपाल। खरगोन में ईद पर मस्जिदों पर नमाज नहीं होगी, वहीं अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती पर भी कोई जुलूस नहीं निकाला जाएगा। जिला प्रशासन और समाजजनों के बीच हुई बैठक के बाद यह फैसला लिया गया है। गौरतलब है कि खरगोन में 10 अप्रैल को रामनवमी के जुलूस के दौरान भड़की हिंसा के बाद वहां कर्फ्यू लगा दिया गया था। इस कर्फ्यू में समय-समय पर ढील दी जा रही थी।
खरगोन में ईद पर मस्जिदों में नमाज नहीं होगी वहीं परशुसराम जयंती के जुलूस भी नहीं निकाले जाएंगे। अक्षय तृतीया पर होने वाले आयोजन भी नहीं होंगे। यह फैसला जिला प्रशासन ने शांति समिति की बैठक के बाद लिया है। इस बैठक में दोनों ही समुदायों के प्रतिष्ठित लोग शामिल हुए थे।
जानकारी के अनुसार तीन मई को ईद और परशुराम जयंती एक साथ होने के चलते खरगोन में दिन में भी कर्फ्यू रहेगा। हालांकि पिछले कुछ दिनों से शहर में दिन भर कर्फ्यू में ढील दी जा रही है, लेकिन मंगलवार को दो बड़े त्यौहार होने के चलते शहर में कोई अनहोनी न हो इसके लिए एहतियातन शहर में दो और तीन मई को कर्फ्यू लगाया जाएगा। इस दौरान शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस जवानों को भी तैनात किया जाएगा। गौरतलब है कि रामनवमीं के दिन खरगोन में दंगा हुआ था, उसके बाद शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया था।
हालांकि अब शहर की स्थिति तेजी से सामान्य हो रही है। फिर भी शहर के लोगों ने प्रशासन के साथ मिलकर ऐहतियात के तौर पर ईद और अक्षय तृतीया के दिन शहर में कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया है। ईद की नमाज इस बार घर में ही अदा की जाएगी। वहीं परशुराम जयंती के आयोजन भी सार्वजनिक रूप से नहीं होंगे। हालांकि आज सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई है।
प्रदेश में भी सतर्कता
वहीं पूरे प्रदेश में परशुराम जयंती और ईद के चलते सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस मुख्यालय ने भी इस संबंध में सभी पुलिस अधीक्षकों को निर्देश जारी कर दिए है। ईदगाह के साथ ही परशुराम जयंती पर निकलने वाले जुलूस में पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात रहेगा। जुलूस के रास्तों पर भी पुलिस तैनात रहेगी। इससे पहले सभी जिलों में शांति समिति की बैठक भी आयोजित हो चुकी है। जिसमें भी सभी ने दोनों सुमदाये के त्यौहार शांति से मनाने की अपील लोगों से की है।