लखनऊ। सीतापुर में पीएसी द्वितीय वाहिनी परिसर में अस्थायी जेल से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को लखीमपुर खीरी जिले में रविवार को हुयी हिंसा में मारे गये किसान और एक पत्रकार के परिजनों से बातचीत कर उन्हे ढांढस बंधाया।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि जिला प्रशासन की अनुमति से वाड्रा ने फोन कर हिंसा के शिकार किसानो के परिजनों से बातचीत की। कांग्रेस महासचिव ने बहराइच के शहीद किसान के परिजनों बात की और अपनी शोक संवेदना प्रकट की। बाद में उन्होने लखीमपुर खीरी के पलिया क्षेत्र निवासी किसान लवप्रीत सिंह के परिजनों से बात कर उन्हे ढांढस बंधाया। उन्होने हिंसा के शिकार मृतक किसान नक्षत्र सिंह के परिजनों से भी बात की और घटना को लेकर दुख जताया।
उन्होने बताया कि वाड्रा ने हिंसा की बलि चढ़े स्थानीय पत्रकार रजत कश्यप के पिता से भी बात की और उनको सांत्वना दी। सूत्रों ने बताया कि वाड्रा ने मृतक किसान और पत्रकार के परिजनो से कहा कि दुख की इस घड़ी में कांग्रेस का हर कार्यकर्ता उनके साथ खड़ा है। वह मौका मिलने पर उनके पास आयेंगी और पार्टी की ओर से उन्हे यथासंभव मदद दी जायेगी।
गौरतलब है कि रविवार को जिले के तिकुनिया क्षेत्र में हुयी हिंसा में चार किसानो समेत आठ लोग मारे गये थे। वाड्रा उसी रात दिल्ली से लखनऊ पहुंची थी और सडक मार्ग से लखीमपुर जा रही थी मगर अधिकारियों ने धारा 144 का हवाला देते हुये उन्हे सीतापुर टोल प्लाजा के निकट रोक लिया था। लखीमपुर जाने पर अड़ी वाड्रा को पीएसी द्वितीय वाहिनी स्थित गेस्ट हाउस में पुलिस की निगरानी पर रखा गया था जबकि आज उन्हे शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया।