ग्वालियर: कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने भाषण की शुरुआत ‘बहुत इंतजार कराया आपको..’ से की. इसके बाद उन्होंने सभी नेताओं के नाम लेकर अभिवादन किया. उन्होंने जनता को राम-राम किया. बुंदेलखंड भाषा में संबोधित किया. प्रियंका ने कहा कि दादी इंदिरा गांधी ने रानी लक्ष्मीबाई और महिलाओं की बहादुरी की कहानियां सुनाती थीं. क्या हमारी राजनीति आज केवल आरोप-प्रत्यारोप में फंस गई थी. क्या हम उससे ऊपर उठ सकते हैं. क्या हम जनता की बातें कर सकते हैं. स्वतंत्रता आंदोलन से भारतीय लोकतंत्र की नींव डली थी. वो सत्याग्रह था. वो सत्य की लड़ाई थी. हमारे देश की परंपरा रही है कि हम नेताओं में सभ्यता, सरलता, सादगी और सच्चाई ढूंढते हैं.

प्रियंका गांधी ने कहा कि मैं यहां किसी की बुराई करने या जनता का ध्यान भटकाने नहीं आई हूं. महंगाई का मुद्दा है. मैं उस पर बात करने आई हूं. आपकी छत टपक रही है, मरम्मत महंगी हो गई है. स्कूलों की फीस, छाता खरीदना महंगा हो गया है. महंगाई आपके जीवन पर बोझ बन गई है. आप किस तरह गुजारा कर रही हैं, मैं समझ नहीं पा रही हूं. गैस सिलेंडर में गैस भरना मुश्किल हो गया है. दवाई कहां से लाऊं, ये सोचना पड़ता है. नेताओं को बताना पडे़गा कि महंगाई क्यों हैं. पूरी संपत्ति एक या दो ही व्यापारियों के पास क्यों है. प्रदेश में पटवारी घोटाला हुआ है. चुनाव के पहले स्कीम बनाने का क्या फायदा है. 18 साल से आप सरकार में हैं. तब तो आपने कुछ दिया नहीं.