भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना का संकट अभी टला नहीं है। कोरोना वायरस की तीसरी लहर से निपटने के लिए हमारी तैयारियां पूरी है। इसी कड़ी में भोपाल में आज से दो सौ बिस्तरों वाला डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर कैलाशनाथ काटजू शुरु किया जा रहा है यहां आमजन को कई तरह की विशेष सुविधाएं मिल सकेंगी। केयर इंडिया के सहयोग से इस अस्पताल का संचालन किया जाएगा।  छह हजार वर्गमीटर जमीन पर काटजू अस्पताल का निर्माण किया गया है। यहां दो सौ बिस्तरों में से पचास बिस्तरों पर सुसज्जित गहन चिकित्सा इकाई आईसीयू का संचालन किया जाएगा। अस्पताल में वेंटीलेटर, सक्शन, आॅक्सीजन, औषधि, समस्त आवश्यक उपकरण, जांच की सुविधा तथा विशेषज्ञ  चिकित्सकों द्वारा उपचार की सुविधा चौबीस घंटे सातों दिन उपलब्ध रहेगी।

मरीजों की सुविधा के लिए भवन में तीन लिफ्ट, रैंप की सुविधा भी रहेगी। भवन में इंटरनेट, यूपीएस, एचएमआईएस जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। सभी बिस्तरों पर सेंट्रलाईज पाइपलाईन के माध्यम से आक्सीजन की सुविधा की व्यवस्था की जाएगी। आक्सीजन प्लांट यहां शासन की मद से स्थापित किया गया है।

सीहोर में 180 करोड़ से बनेगा नेशनल इंस्टीट्यूट आॅफ मेंटल हेल्थ एवं रिसर्च सेंटर
भोपाल। मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में 180 करोड़ रुपए की लागत से नेशनल इंस्टीट्यूट आॅफ मेंटल हेल्थ एवं रिसर्च केन्द्र बनाया जाएगा। यह केन्द्र जून 2022 तक तैयार हो जाएगा।  इसके अलावा प्रदेश के 25 जिलों में दिव्यांगजनों के लिए पुनर्वास केन्द्र बनाए जाएंगे। इसके लिए केन्द्र सरकार मध्यप्रदेश को पर्याप्त फंड उपलब्ध कराएगी। केन्द्रीय सामाजिक न्याय मंत्री थावरचंद गेहलोत ने इसके लिए जल्द प्रस्ताव भेजने को कहा। प्रदेश में 26 संस्थाओं के दीनदयाल दिव्यांग पुनर्वास योजना के प्रस्तावों पर भी चर्चा की गई। दस जिलों में एडिप योजना के और बारह संस्थाओं की एजीपी योजना के प्रस्तावों पर भी चर्चा की गई।

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