भिण्ड। मध्यप्रदेश के भिण्ड जिले की शस्य शामल रत्नगर्भा भूमि पर विगत दिनों एक ऐसा आयोजन हुआ जिसकी अनुगूंज वर्षों तक कानों में सुनाई देगी। राजनीति से इतर सामाजिक सरोकारों से आप्लावित इस कार्यक्रम का प्रयोजन आगामी पीढ़ी को शिक्षा, ज्ञान और संस्कार की त्रिवेणी में अवगाहन कराने और उनके सुचिंतित भविष्य निर्माण की प्रक्रिया का महाकुंभ माना जायेगा-यह सब राजनीति में संभव भी नहीं है।
राजनीति से विलग भिण्ड के एक ऐसे सपूत जो जीवन भर नौकरशाह रहे-अपनी निवृत्ति के उपरांत एक ऐसी पौध में उर्वरक देने का काम कर रहे हैं जो प्रशंसनीय ही नहीं प्रत्युत स्तुत्य भी है। वर्णमाला के जिन अक्षरों का सुशोभन है-उस शखि़्सयत का नाम है -राजीव शर्मा।
कार्यक्रम था भिण्ड में आयोजित प्रणाम मध्यप्रदेश द्वारा आयोजित त्रिदिवसीय चंबल युवा उत्सव का
कार्यक्रम में विभिन्न प्रतियोगिताओं आयोजित की गई। तात्कालिक भाषण प्रतियोगिता में अपनी पर्ची उठाकर अपना भाषण देना था। व्याख्यान के विषय महाकुंभ से लेकर चंबल और भिण्ड की ऐतिहासिक धरोहरों को रखा गया था जिससे छात्र अपनी माटी के मूल तत्व से परिचित हो सकें। छात्रों का उत्साह अवर्णनीय था साथ ही प्रस्तुतिकरण भी। वाद विवाद और चित्रकला प्रतियोगिता ने भी इस उत्सव में अपने रंग भरे।
छात्रों की वक्तृत्व कला को निखारने के लिए मध्यप्रदेश शासन के पूर्व सचिव एवं आयुक्त राजीव शर्मा ने बच्चों को टिप्स दिये-उन्होंने कहा कि उच्चारण की शुद्धता और वाक-कौशल के माध्यम से ही व्यक्ति अपने व्यक्तित्व में निखार ला सकता है।
इन विजयी बच्चों को सम्मानजनक राशि से पुरुस्कृत करने के उपरांत नगर के शीर्षस्थ पत्रकार, शिक्षाविद, चिकित्सक, व्यापारी, गौ सेवा के उपासक, रोटी बैंक के संचालक सहित इंसानियत समूह के सदस्यों को शॉल और श्रीफल देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के संचालक प्रणाम मध्यप्रदेश के जिला संयोजक डॉ मनोज जैन तथा आभार प्रदर्शन जनकराम ट्रस्ट के अध्यक्ष शिवचरण उपाध्याय द्वारा किया गया।
सेवानिवृत्ति के उपरांत राजीव शर्मा अपनी जन्मभूमि भिण्ड में ऐसे उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं जो भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक हैं। वे न केवल इस माटी का कर्ज चुका रहे हैं अपितु उर्वर मेधा की इस पावन भूमि में जो दस्यु समस्या का दाग लगा है उसे प्रक्षालित कर एक ऐसे नये और अधुनातन भिण्ड की परिकल्पना को साकार करने के लिए अपने आत्मविश्वासी प्रयास को साकार रूप देने का उपक्रम भी कर रहे हैं। निःसंदेह उनकी सोच प्रशंसनीय है।
नोटः-लेखक मिजाजीलाल जैन मध्यप्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार है। 94251-29461
