भोपाल। मध्यप्रदेश में लाखों ऐसे व्यक्ति, जो बरसों से कच्चे मकान में रह रहे थे, उनका पक्के मकान का सपना प्रधानमंत्री आवास योजना पूरा कर रही है। प्रदेश में 5 लाख 21 हजार हितग्राही, जिनके प्रधानमंत्री आवास बनकर तैयार हो गये हैं, उनको प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वयं गृह प्रवेश (वर्चुअली) कराएँगे। ये सभी हितग्राही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को न केवल धन्यवाद दे रहे हैं, बल्कि हृदय से आशीर्वाद भी दे रहे हैं क्योंकि अब उनका अपना पक्का मकान बन गया है।
खरगोन जिले की सिंदखेड़ा की 65 वर्षीय वृद्ध महिला सुमन बाई, जिनके पति की मृत्यु 6 वर्ष पहले हो गई थी, के कोई लड़का नहीं है। उन्हें इस बात का कोई मलाल नहीं है, क्योंकि उनकी देखभाल सरकार कर रही है। उनका पक्का मकान बनकर तैयार है, जिसका गृह प्रवेश प्रधानमंत्री मोदी कराने वाले हैं। साथ ही उन्हें पेंशन, उज्जवला गैस कनेक्शन तथा आयुष्मान कार्ड भी मिला है। शौचालय बनाने के लिये राशि भी मिली है। वे निमाड़ी भाषा में प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के प्रति अपना आभार व्यक्त करते हुए कहती हैं “मक पोरियानि ति कई मतबल नि, मक त म्हारी सरकार सब दी रई।” अर्थात मुझे लड़कों से क्या मतलब, मुझे तो सरकार सबकुछ दे रही है।
छिंदवाड़ा जिले के जुन्नारदेव विकासखंड के ग्राम तुमरा की श्रीमती रेशम पति कमलेश का भी पक्का मकान बनकर तैयार है। श्रीमती रेशम और उनके परिजनों में खासा उत्साह है और वे सरकार को धन्यवाद दे रहे हैं। अब उन्हें पक्का मकान मिल जाने से बारिश और ठंड में होने वाली विभिन्न प्रकार की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
अनूपपुर जिले की ग्राम बदरा निवासी श्रीमती आरती सिंह के परिवार में उनके पति तथा 3 पुत्र हैं। कच्चा मकान होने के कारण उन्हें बारिश में बहुत परेशानी उठानी पड़ती थी। छत से पानी लगातार टपकता था। उन्हें बार-बार घर का सामान इधर से उधर करना पड़ता था। गाँव के दूसरे पक्के घर देखकर उन्हें लगता था कि “काश हमारा भी पक्का घर होता।” परंतु धन की कमी के कारण यह संभव नहीं लग रहा था। प्रधानमंत्री आवास योजना में पक्का घर मिल जाना उनके लिये किसी वरदान से कम नहीं है। सभी अत्यंत प्रसन्न हैं। अनूपपुर जिले के ही ग्राम छोहरी निवासी जीवन दास को पक्का मकान बनाने के लिये प्रधानमंत्री आवास योजना में 1 लाख 30 हजार रूपये प्राप्त हुए। साथ ही मनरेगा योजना से 17 हजार 530 रूपये की मजदूरी भी मिली। अब उनका पक्का मकान बनकर तैयार है।
सीहोर जिले के ग्राम जाजना निवासी मुकेश एवं उनके परिवार को कच्चे मकान में बारिश के दिनों में जहरीले जंतुओं का भय सताता था। प्रधानमंत्री आवास बनने के बाद वे सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। वे पक्के मकान के लिये प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री को धन्यवाद दे रहे हैं।
मंदसौर जिले के ग्राम क्यामपुर निवासी प्रकाश पूरालाल माली का बड़ा परिवार था। वे एक छोटे से कच्चे मकान में रहते थे। घर में बहू आ जाने से स्थान की परेशानी बढ़ गई। ऐसे में प्रधानमंत्री आवास योजना उनके लिये एक सुनहरे स्वप्न की तरह थी। आवास स्वीकृति के 6 माह के अंदर उनका आवास पूरा हो गया। साथ ही उन्हें स्वच्छ भारत मिशन से शौचालय, उज्ज्वला योजना से गैस कनेक्शन, बिजली कनेक्शन एवं आयुष्मान कार्ड भी प्राप्त हो गया। अब वे अपने परिवार के साथ पक्के मकान में खुशी-खुशी निवास करेंगे।
शहडोल जिले के ग्राम चितरांव निवासी पुष्पराज सिंह 40 वर्षों से कच्चे मकान में रह रहे थे और उन्होंने सोचा भी नहीं था, कि उनका कभी पक्का मकान बन सकता है। वे पक्के मकान की उपलब्धि के लिये सरकार को दिल से धन्यवाद दे रहे हैं। शहडोल जिले के ही ग्राम विजयसोता निवासी सुदामा केवट को भी प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिल गया है। वे सपरिवार अत्यंत प्रसन्न हैं।