सागर । हाल ही में एमपी में नेताओं के परिजन और पुत्रो द्वारा मारपीट  की घटनाओं पर समाजवादी चिंतक रघु ठाकुर ने कहा है कि एमपी में जहा एक तरफ गणेशोत्सव के बाद काली जी  उत्सव मनाया गया दूसरी तरफ राजनेता पुत्रो के अपराध में लिप्त होने की खबरे आ रही है।  पिछले दिनों नेता पुत्र पुलिस को मारने की धमकी दे रहा है और कानून तोड़ रहे है।  उन्होंने कहा की इन मामलो में राजनेताऑ को खुद कार्यवाई की मांग करना चाहिए । इससे राजनीति में उनकी साख और  सम्मान बढ़ेगा और बच्चे अपराधी नहीं बनेंगे।

पुलिस व्यवस्था सुधरे

रघु ठाकुर ने आज मीडिया से चर्चा में कहा कि मध्यप्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर सीएम को कुछ बड़े प्रोजेक्ट पर कार्य करना होगा। उन्होंने सुझाव दिया कि सरकार को संभाग और जिला स्तर पर स्माजसेवियों और पत्रकारों की कमेटिया बनाना चाहिए । जो पुलिस व्यवहार को लेकर एसपी से चर्चा करे।

नही लिखी जाती एफआईआर 

उन्होंने बताया कि लोगो को थाने में एफआईआर दर्ज कराने परेशान होना पड़ता है। दो दिन पहले बीना के थाने से एक लड़की का फोन आया था उसकी रिपोर्ट नही लिखी जा रही थी। उसने बताया कि एक सांसद के फोन किए जाने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि एफआईआर दर्ज करना पुलिस का दायित्व है। एफआईआर होना कोई अपराध नहीं है सिर्फ सूचना होती है। 

बंगलादेश में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार

उन्होंने कहा की बंगलादेश में  सांप्रदायिक  ताकतें बढ़ रही है ।अल्पसंख्यकों पर तेजी से अत्याचार बढ़े है। बंगला देश के मंत्री युनुस का बयान है कि अल्पसंख्यकों के साथ ज्यादती हो रही है। वे अपील करने के लिए लाचार है। रघु ठाकुर संयुक्त राष्ट्र संघ  से अपील है कि वे अपना एक प्रतिनिधि मंडल भेजे और हालात पर यूएनओ को अवगत कराए। उन्होंने कहा कि दुनिया के मानव अधिकार संगठनों की चुप्पी भी आश्चर्यजनक है।वे भी जाए बंगलादेश देखे क्या हालात है। उन्होंने कहा की बंगलादेश ने यह भी सबक दिया है कि कट्टरपंथ से अच्छा बदलाव नहीं हो सकता है।