भोपाल। खरगोन में रामनवमीं पर हुए दंगों के बाद प्रदेश पुलिस को अब दंगाईयों से निपटने के लिए पूरी तरह से ट्रैंड किया जा रहा है। इसके लिए डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना के निर्देश पर हर जिले में इन दिनों बलवा की मॉक ड्रिल करवाई जा रही है। इस मॉक ड्रिल में पुलिस अधीक्षक से लेकर आरक्षक तक को हिस्सा लेना पड़ रहा है। इसे बलवा करने वालों से निपटने के लिए बतौर ट्रैनिंग माना जाता है।

रामनवमीं पर खरगोन और बड़वानी के सेंधवा में हुई हिंसक घटनाओं के बाद प्रदेश के हर जिले की पुलिस को रिचार्ज किया जा रहा है। दंगों के बाद डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना ने वीडियो कांफें्रसिंग के जरिए रेंज एडीजी-आईजी और पुलिस अधीक्षकों की बैठक ली थी। इस बैठक में उन्होंने हनुमान जयंती के बाद हर जिले में एसपी से लेकर आरक्षक तक को बलवा करने वालों को खदेड़ने की ट्रैनिंग देने के निर्देश दिए थे। इसके बाद एक परिपत्र भी उन्होंने पुलिस मुख्यालय से सभी पुलिस अधीक्षकों को भेजा। डीजीपी के निर्देश के बाद प्रदेश के सभी जिलों में बलवा की मॉक ड्रिल की जा रही है। इसमें पुलिस अधीक्षक भी शामिल हो रहे हैं। पिछले सात दिनों से चल रही मॉक ड्रिल भोपाल, इंदौर, जबलपुर, विदिशा, भिंड, झाबुआ, बैतूल, सिंगरौली, बुरहानपुर, पन्ना सहित अधिकांश जिलों में हो चुकी है। कुछ जिलों में एक-दो दिन में यह हो जाएगी। बलवा मॉक ड्रिल की रिपोर्ट भी पुलिस मुख्यालय भेजना होगी।