बुरहानपुर । पाचोरी के सिकलीगरों द्वारा बनाई गई चार देसी पिस्टलों की तस्करी करते गिरफ्तार की गई उत्तर प्रदेश के शाहगंज की पिंकी को लेकर नई जानकारी सामने आई है। पुलिस को जांच में पता चला है कि वह यूपी के आगरा सहित कई शहरों की गुंडा गैंग तक ये पिस्टल पहुंचाती थी। इससे पहले भी वह दो से तीन बार पाचोरी से पिस्टलों की खेप ले जा चुकी है।

पुलिस नहीं करती थी संदेह
महिला होने के कारण उस पर पुलिस और मुखबिर संदेह नहीं करते थे। अपराधियों तक हथियार पहुंचाने के बदले उसे मोटी रकम मिलती थी। खकनार थाना पुलिस अब भी उसके सोशल मीडिया अकाउंट और कॉल डिटेल्स को खंगाल रही है। फिलहाल पिंकी खंडवा जेल में बंद है, लेकिन जांच में मिल रही नई जानकारियों की पुष्टि के लिए पुलिस जल्द उसे रिमांड पर ले सकती है। खकनार थाना प्रभारी अभिषेक जाधव ने गुंडा गैंग से उसका कनेक्शन होने की बात स्वीकार की है, लेकिन प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए मिले तथ्यों को साझा नहीं किया है।

चार दिन पूर्व हुई थी गिरफ्तारी
खकनार थाना पुलिस ने नौ नवंबर की शाम मुखबिर की सूचना पर 45 वर्षीय तस्कर पिंकी बाई को नायर फाटे के पास से गिरफ्तार किया था। पुलिस के अनुसार वर्तमान में पिंकी ने आगरा शहर को अपना ठिकाना बना रखा था। बुरहानपुर से हथियार लेकर वह सीधे आगरा जाती थी। वहां से अन्य शहरों में हथियार पहुंचाती थी। इसके अलावा उसका मप्र के ग्वालियर शहर से भी कनेक्शन सामने आया है।

पाचोरी की पिस्टलों की मांग
अवैध रूप से पिस्टल बनाने और बेचने का गोरखधंधा यूं तो निमाड़ के बड़वानी, खंडवा, खरगोन सहित अन्य कई जिलों में चल रहा है, लेकिन अपराधियों के बीच बुरहानपुर के पाचोरी में बनी पिस्टलों की मांग सबसे ज्यादा है। इसका कारण यहां बनाई जाने वाली पिस्टलों की गुणवत्ता है। गोली चलाने पर इन पिस्टलों की न तो नाल फटती है और न ये गर्म होती हैं। देखने में ये ब्रांडेड जैसी नजर आती हैं।